शिरगुल महाराज देवामानल से शाही स्नान के लिए चूड़धार पहुंची जातर, श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़
सिरमौर जिला के गिरिपार क्षेत्र के आराध्य देव शिरगुल महाराज देवामानल से जातर अपने कुल देवता शिरगुल महाराज की चांदी व सोने से जड़ी पालकी शुक्रवार को विधि विदान के साथ शाही स्नान के लिए चूड़धार के लिए रवाना
लाल सिंह शर्मा - नौहराधार 20-05-2022
सिरमौर जिला के गिरिपार क्षेत्र के आराध्य देव शिरगुल महाराज देवामानल से जातर अपने कुल देवता शिरगुल महाराज की चांदी व सोने से जड़ी पालकी शुक्रवार को विधि विदान के साथ शाही स्नान के लिए चूड़धार के लिए रवाना हुई। देवामानल क्षेत्रों के लोगों ने अपनी प्राचीन परंपरा को भी बखूबी निभाया।
शुक्रवार शाम को चूड़धार पहुंचने पर देवता का शाही स्नान करवाया जाएगा। ततपश्चात मंदिर में प्रस्थान करवाया जाएगा। इस अवसर पर नोहराधार बाजार होते हुए चूड़धार के लिए पालकी निकली तो लोगों ने देवता से सुख समृद्धि का आशीर्वाद लिया।
नोहराधार में पालकी में विराजमान देवते के दर्शनों को भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी। शिरगुल महाराज की पालकी प्राचीन परंपरा के साथ व वाद्य यंत्रों के साथ शिरगुल महाराज के जयकारों के साथ चूड़धार के लिए रवाना हुई। पालकी जब निकली तो समूचा क्षेत्र जयकारों से गुंजयमान हो उठा।
देवामानल क्षेत्र से पहुंचे सैंकड़ों श्रद्धालुओं ने पारंपरिक वाध्य यंत्रों के साथ देवते की पालकी शुक्रवार देर शाम तक चूड़धार पहुंचाया। चूड़धार पहुंचने के बाद देवते को मंदिर में रखा गया। देवता के साथ आई जातर ने मंदिर में पूजा अर्चना की। उसके बाद लगभग 12500 फुट की ऊंचाई पर स्थित शिवलिंग पर पहुंच कर श्रद्धालुओं ने शिव की प्रतिमा व शिवलिंग पर पूजा अर्चना की जाएगी।
इस अवसर पर शिरगुल महाराज ने श्रद्धालुओं को सुख समृद्धि व खुशहाली का आशीर्वाद दिया। शनिवार को शाही स्नान के बाद देवता अपने निवास स्थान स्थित देवामानल गांव पहुंचेंगे। जगह जगह इस दौरान देवता के भक्तों में देव पालकी के दर्शनों की होड़ भी दिखाई दी।
देवता के गुर जिवालाल पुंडीर ने बताया कि चूड़धार में शाही स्नान के बाद देवता की पालकी शनिवार शाम तक गांव पहुंचेंगे। उसके बाद देवामानल भंडारे का आयोजन व आगामी जून माह में भागवत कथा का आयोजन होगा। जिसमें क्षेत्र के हजारों भक्त भाग लेंगे