स्वयं सहायता समूह द्वारा प्राकृतिक खेती से तैयार विभिन्न उत्पादों के किये विक्रय केंद्र स्थापित
आत्मा प्रोजेक्ट के अंतर्गत स्वयं सहायता समूह द्वारा प्राकृतिक खेती से तैयार किए गए विभिन्न उत्पादों को प्रोत्साहित करने के लिए और किसानों को मार्केटिंग की बेहतर व्यवस्था प्रदान करने के लिए आज जिलाधीश कार्यालय के बाहर विक्रय केंद्र स्थापित
यंगवार्ता न्यूज़ - कांगड़ा 20-05-2022
आत्मा प्रोजेक्ट के अंतर्गत स्वयं सहायता समूह द्वारा प्राकृतिक खेती से तैयार किए गए विभिन्न उत्पादों को प्रोत्साहित करने के लिए और किसानों को मार्केटिंग की बेहतर व्यवस्था प्रदान करने के लिए आज जिलाधीश कार्यालय के बाहर विक्रय केंद्र स्थापित किया गया। इस विक्रय केंद्र का शुभारंभ जिलाधीश कांगड़ा डॉक्टर निपुण जिंदल ने किया।
डीसी कांगड़ा ने कहा कि हर शुक्रवार को प्राकृतिक खेती से तैयार किए गए विभिन्न उत्पादों को किसानों द्वारा यहां पर बेचने के लिए रखा जाएगा। जिससे किसानों की आमदनी में बढ़ोतरी होगी और साथ ही उन्हें मार्केटिंग के लिए भी बेहतर स्थान उपलब्ध होगा। आने वाले समय में ऐसे विक्रय केंद्र जिला के अन्य स्थानों पर भी स्थापित किए जाएंगे। जिससे किसानों को मार्केटिंग की समस्या उत्पन्न ना हो और प्राकृतिक खेती की ओर लोग प्रोत्साहित हो सके।
डीसी कांगड़ा डॉक्टर निपुण जिंदल ने कहा कि प्राकृतिक खेती केंद्र और प्रदेश सरकार का एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम है और जिला कांगड़ा में बहुत सारे किसान प्राकृतिक खेती के साथ जुड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक खेती ना केवल किसानों के लिए अपितु यह लोगों के स्वास्थ्य के लिए भी लाभदायक है।
उन्होंने कहा कि इस बात को ध्यान में रखते हुए कृषि विभाग के साथ मिलकर जिलाधीश कार्यालय में किसानों के लिए यह विक्रय केंद्र स्थापित किया गया है और इसमें आसपास के क्षेत्रों के किसानों को अपने उत्पादों को बेचने का बेहतर विकल्प मिलेगा और उन्हें यह सुविधा निशुल्क प्रदान की जाएगी। इससे स्थानीय लोगों को भी प्रकृतिक खेती से तैयार उत्पादों को खरीदने का अवसर मिलेगा।
शहरी क्षेत्रों में प्राकृतिक खेती से तैयार उत्पाद आसानी से उपलब्ध नहीं हो पाते हैं, इसलिए यह व्यवस्था की गई है। डीसी ने कहा कि इससे नेचुरल फार्मिंग को बढ़ावा मिलेगा और किसानों की मार्केटिंग की समस्या भी समाप्त होगी । उन्होंने कहा कि इसके परिणामों को देखते हुए हर ब्लॉक में स्वयं सहायता समूह के लिए खोली गई हिम इरा शॉप के माध्यम से भी इसे बेचने के प्रयास किए जाएंगे।