संकटकाल में पीड़ित मानवता का सम्बल बनें चिकित्सक : डाॅ. सैजल
यंगवार्ता न्यूज़ - सोलन 14-05-2021
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण तथा आयुष मंत्री डाॅ. राजीव सैजल ने प्रदेश के सभी मुख्य चिकित्सा अधिकारियों एवं कोविड-19 महामारी से निपटने के लिए तैनात अन्य को निर्देश दिए हैं कि पीड़ित मानवता की सेवा के लिए इस संकटकाल में अपने मोबाइल फोन बन्द न रखें और फोन पर आ रही काॅल का उत्तर दें।
डाॅ. सैजल ने वर्चुअल माध्यम से आयुष विभाग द्वारा होम आईसोलेटिड कोविड-19 पाॅजिटिव रोगियों को योग के माध्यम से स्वस्थ रखने के लिए राज्य स्तरीय आयुष घर-द्वार’ कार्यक्रम का शुभारम्भ करने के उपरान्त प्रदेश के मुख्य चिकित्सा अधिकारियों एवं जिला आयुर्वेदिक अधिकारियों को सम्बोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि वर्तमान संकट एवं दबाव के समय में कई बार ऐसा हो सकता है कि चिकित्सक एवं अन्य किसी कारणवश मोबाइल फोन न सुन पाएं। ऐसे में सभी यह सुनिश्चित बनाएं कि वापिस फोन किया जाए।
संकट के समय में फोन करने वाले गम्भीर रोगी एवं उनके परिजन भी हो सकते हैं। चिकित्सक द्वारा समय पर प्रदान किया हुआ परामर्श बहुमूल्य मानवीय जीवन को बचा सकता है।
आयुष मंत्री ने कहा कि कोविड-19 पाॅजिटिव रोगी अथवा उनके परिजन अपनी समस्या के निदान के लिए जिला एवं उपमण्डल स्तर पर उपलब्ध चिकित्सकों के साथ-साथ उनसे भी दूरभाष के माध्यम से सम्पर्क कर सकते हैं।
डाॅ. सैजल ने इस अवसर पर वर्चुअल माध्यम से शिमला के कोविड-19 पाॅजिटिव रोगी मनदीप से बातचीत की। मनदीप ने उन्हें अवगत करवाया कि जब उन्हें परीक्षण के उपरान्त कोविड-19 पाॅजिटिव होने की सूचना मिली तो वे काफी चिंतित हो गए और मानसिक अवसाद ने उन्हें घेर लिया।
ऐसे में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग ने न केवल चिकित्सीय रूप से अपितु मानसिक रूप से भी उन्हें सम्बल प्रदान किया। उन्होंने अन्य कोविड पाॅजिटिव रोगियों से भी बातचीत की।
कार्यक्रम में लगभग 80 कोविड पाॅजिटव होम आईसोलेटिड रोगी वर्चुअल माध्यम से जुड़े रहे। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री ने सभी कोविड-19 पाॅजिटिव रोगियों से आग्रह किया कि आयुष घरद्वार कार्यक्रम का लाभ उठाएं।
कार्यक्रम में वर्चुअल माध्यम से प्रदेश के स्वास्थ्य सचिव अमिताभ अवस्थी, सोलन में आयुष विभाग के निदेशक डी.के. रतन, सोलन में अतिरिक्त उपायुक्त अनुराग चन्द्र शर्मा, आयुष विभाग की संयुक्त निदेशक डाॅ. राखी सिंह, वर्चुअल माध्यम से प्रदेश के सभी जिलों के मुख्य चिकित्सा अधिकारी एवं जिला आयुर्वेदिक अधिकारी एवं अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।