स्कूलों में प्री वोकेशनल एजुकेशन पर पांच दिवसीय ट्रेनिंग में होगा मंथन

पहाड़ी राज्य हिमाचल में नई शिक्षा नीति के तहत सरकारी विद्यालयों में प्री वोकेशनल एजुकेशन को लागू करने की पूरी तैयारी है। इसके तहत अब छठी कक्षा से ही विद्यार्थियों के हुनर को निखारा जाएगा।

स्कूलों में प्री वोकेशनल एजुकेशन पर पांच दिवसीय ट्रेनिंग में होगा मंथन

सोमवार को वोकेशनल ट्रेनर्स की इन सर्विस ट्रेनिंग का श्रीगणेश

प्रदेश से आए 50 से अधिक वोकेशनल टेªनर्स लेंगें भाग


यंगवार्ता न्यूज़ - सोलन 08-11-2021

पहाड़ी राज्य हिमाचल में नई शिक्षा नीति के तहत सरकारी विद्यालयों में प्री वोकेशनल एजुकेशन को लागू करने की पूरी तैयारी है। इसके तहत अब छठी कक्षा से ही विद्यार्थियों के हुनर को निखारा जाएगा।

सोमवार को सोलन में स्थित जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डाईट) में वोकेशनल ट्रेनर्स की पांच दिवसीय इन सर्विस ट्रेनिंग का शुभारंभ हो गया। विद्यालयों में प्री वोकेशनल एजुकेशन को कैसे प्रभावी ढंग से लागू करना है, इसको लेकर वोकेशनल ट्रेनर्स को प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा।

पांच दिन तक चलने वाली इस ट्रेनिंग में मीडिया एंड इंटरटेनमेंट, बैंकिंग फाइनांस सर्विस एंड इंश्यारेंस, शारीरिक शिक्षा एंड स्पोर्टस व प्लबिंग सेक्टर के 50 से अधिक ट्रेनर्सं भाग ले रहे है।

पांच दिन तक चलने वाला यह प्रशिक्षण कई चरणों में संपन्न होगा। सोमवार को प्रशिक्षण के शुभारंभ अवसर पर समग्र शिक्षा अभियान के राज्य परियोजना निदेशक वीरेंद्र शर्मा भी ऑनलाइन सभी वोकेशनल ट्रेनर्स के साथ जुडे।

इस दौरान उन्होंने सभी प्रतिभागी वोकेशनल ट्रेनर्स का ऑनलाइन स्वागत किया। उन्होंने इस ट्रेनिंग के महत्व व आवश्कता के बारे में बतायां उन्होंने इस प्रशिक्षण को अधिक प्रभावी बनाने पर जोर दिया।

इस दौरान डाईट सोलन के प्रधानाचार्य चंद्र मोहन शर्मा भी मौजूद रहे। उन्होने बताया कि विद्यार्थियों को विद्यालय स्तर पर ही कैसे स्किल्ड किया जाए, इसके लिए वोकेशनल शिक्षा को शुरू किया गया है। साथ ही उन्होंने वर्तमान में वोकेशनल शिक्षा की जरूरत पर भी प्रकाश डाला।

जिला सोलन वोकेशनल (एनएसक्यूएफ) समन्वयक  कमनीश ठाकुर ने बताया कि पांच दिन तक चलने वाले इस प्रशिक्षण को अधिक कारगार बनाने के लिए हर संभव प्रयास किया जाएगा।

साथ ही उन्होंने प्रदेश में वोकेशनल एजुकेशन स्किम (एनएसक्यूएफ) को बेहतर तरीके से कैसे लागू किया जा सकता है, इस पर भी वोकेशनल ट्रेनर्स को जरूरी टिप्स दिए।

इसके बाद ट्रेनर्स को अलग-अलग ग्रुप में विभाजित किया गया, ताकि उनसे ग्रुप में अलग-अलग  गतिविधियां, रोल प्ले, मॉडल मेकेंगि व अन्य गतिविधियों के तहत आधुनिक ढंग से प्रशिक्षण दिया जा सके।

जिला कोऑडिटनेटर एनएसक्यूएफ ने बताया कि विद्यार्थियों को वर्तमान में वैज्ञानिक व लेटेस्ट तकनीकी रूप से एजुकेट व स्किल्ड करने की जरूरत है, ताकि सरकारी विद्यालयों में पढ़ने वाले विद्यार्थी वर्तमान प्रतिस्पर्धा किसी से पीछे न रहें। इसी लक्ष्य को पूरा करने के लिए ही वोकेशनल ट्रेनर्स को प्रशिक्षित किया जाता है।

यहां बता दें कि पांच तक चलने वाली इस ट्रेनिंग के दौरान विद्यालय में  वोकेशनल की शिक्षा प्राप्त कर रहे विद्यार्थियों की पढाई पूरी करने के बाद उनकी प्लेसमेंट, विभिन्न कंपनियों में ऑन जॉब ट्रेनिंग, नई शिक्षा नीति जैसे कई महत्वपूर्ण विषयों पर भी वोकेशनल ट्रेनर्स को ट्रेंड किया जाएगा।

साथ ही विभिन्न चरणों में प्रस्तावित इस ट्रेनिंग में ट्रेनर्स को विभिन्न इंडस्ट्री व संस्थान के एक्सपर्ट द्वारा विषय संबंधी अतिरिक्त ज्ञान भी मुहैया करवाया जाएगा। ट्रेनिंग के अंतिम दिन प्रदेश भर से आए सभी ट्रेनर्स अपना अनुभव साझा करेंगे व साथ ही प्रशिाक्षण के बारे में फीडबैक भी देगें।

इस मौके पर वीटीपी स्टेट कोऑर्डिनेटर्स मीडिया एंड इंटरटेनमेंट के जगमोहन शर्मा, बीएफएसआई के शैली कोहली, शारीरिक शिक्षा एंड स्पोर्टस के शैलेंद्र कंवर भी मौजूद रहे।