सूखे से निपटने के लिए बागवानी विभाग को मिला बजट, जिला कार्यालयों को एक करोड़ राशि जारी 

हिमाचल प्रदेश में पिछले कई महीने से बारिश नहीं होने के कारण सूखे जैसी स्थिति बनी हुई है। सूखे की इस स्थिति से निपटने के लिए बागवानी विभाग के जिला कार्यालयों को 1 करोड़ रुपए की धनराशि तथा आवश्यक दिशा निर्देश जारी

सूखे से निपटने के लिए बागवानी विभाग को मिला बजट, जिला कार्यालयों को एक करोड़ राशि जारी 

यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला      07-01-2023

हिमाचल प्रदेश में पिछले कई महीने से बारिश नहीं होने के कारण सूखे जैसी स्थिति बनी हुई है। सूखे की इस स्थिति से निपटने के लिए बागवानी विभाग के जिला कार्यालयों को 1 करोड़ रुपए की धनराशि तथा आवश्यक दिशा निर्देश जारी किए गए हैं। 

इस धनराशि का उपयोग सूखे से हुए नुकसान का आंकलन करने के पश्चात, सूखे की स्थिति से निपटने की आवश्यक सामग्री ( पौध सामग्री, पानी के टैंक, पाइप्स , दवाइयां देने के लिए किया जाएगा।

बागवानी विभाग ने सूखे की स्थिति में नुकसान को कम करने और खेतों में नमी का संरक्षण करने के लिए प्लास्टिक मल्च (शीट ) का इस्तेमाल करने की सलाह दी है। पेड़ के तौलिए में जैविक पदार्थ जैसे की सूखी घास और धान की तूड़ी का उपयोग नमी को संरक्षित करने के लिए भी किया जा सकता है। 

सूखे के दौरान पौधों में बोरोन और कैल्शियम की कमी हो जाती है। इस कमी को दूर करने के लिए बोरिक एसिड (0.1 प्रतिशत) एवं कैल्शियम क्लोराइड (0.5 प्रतिशत) का प्रयोग करें। 

बागवानी विभाग ने उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों के बागवानों को फलों के पेड़ों की कटाई और छंटाई के कार्य वर्षा होने तक पूरी तरह से बंद करने की सलाह दी है, ताकि नुकसान से बचा जा सके। इसके अलावा आज कल फल पौधों को लगाने का सही समय है। 

यह फल पौधे मार्च के महीने तक रोपित किए जा सकते हैं, लेकिन जनवरी के महीने में इन फल पौधों का रोपण उपयुक्त रहेगा। मौसम की परिस्थिति को ध्यान में रखते हुए फल पौधों को लगाने के पश्चात इनकी सिंचाई करने की सलाह बागवानों को दी गई है। 

इसमें भी बागवान शीट का उपयोग करें, ताकि नमी को ज्यादा समय तक बनाए रखा जा सके। बागवानी विभाग के निदेशक आरके परुथी ने कहा कि सूखे से निपटने के लिए बागवानी विभाग ने 1 करोड़ रुपए की राशि जारी की हैं। सूखे से निपटने के लिए बागवान खेतों में नमी बनाए रखने के लिए विभाग द्वारा दी गई सलाह पर अमल करें।