स्टेट प्रोजेक्ट डायरेक्टर द्वारा प्रदेश में नियमों को ताक पर रखकर की जा रही आउटसोर्स भर्तियां : एवीबीपी
यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 27-03-2020
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद आउट सोर्स भर्ती के नाम पर स्टेट प्रोजेक्ट डायरेक्टर द्वारा किए जा रहे पक्षपात की कड़े शब्दों में निंदा करती है।
अभाविप के प्रदेश मंत्री विशाल वर्मा ने प्रैस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा की हिमाचल प्रदेश में आउटसोर्स के नाम भर्ती अपने आप में ही पढ़े लिखे बेरोजगार युवाओं के लिए बहुत बड़ा धोखा है।
दूसरी तरफ आउटसोर्स के नाम पर करवाई जा रही भर्तियां भी सवालों के घेरे में है। इन भर्तियों में मात्र दिखावे के लिए ही इंटरव्यू करवाए जा रहे हैं और जिन लोगों की नियुक्तियां की जानी है वह पहले से ही तय कर लीए जाते है।
प्रदेश का बेरोजगार युवा नियमित भर्तियां न करवाए जाने पर जब मजबूरी में आउटसोर्स भर्ती के लिए आवेदन करता है परंतु वहां पर जब भाई भतीजा वाद और पक्षपात का दृश्य देखता है तब वह और अधिक मानसिक रूप से निराश हो जाता है।
विद्यार्थी परिषद का स्पष्ट मानना है की ऐसी भर्तियां किसी प्रमाणित एजेंसी के माध्यम से ही करवाई जाए तथा जो भी अधिकारी इन भर्तियों में पक्षपात और नियमों की अवहेलना करता है उनके ऊपर कार्रवाई भी अमल में लाई जाए।
पिछले 6 महीनों में कोविड की आड़ में हिमाचल प्रदेश के स्टेट प्रोजेक्ट डायरेक्टर द्वारा नियमों को ताक पर रखकर भरपूर भर्तियां करवाई गई है तथा इसमें किसी भी प्रकार की पारदर्शिता एवं निष्पक्षता नहीं अपनाई गई।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद मांग करती है की इन सभी आउटसोर्स के नाम पर की गई भर्तियों की जांच करवाई जाए तथा जो भी अधिकारी इसके लिए दोषी पाया जाता है उसके ऊपर कार्रवाई की जाए।