यंगवार्ता न्यूज़ - धर्मशाला 16-08-2021
हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा जिले की बरनेट-घेरा सड़क को वन विभाग से मंजूरी न मिलने से खफा होकर आमरण अनशन पर बैठे युवाओं ने सोमवार को सरकार के खिलाफ आक्रोश जताते हुए मुंडन करवाया।
इस दौरान क्षेत्र के 100 से अधिक युवाओं ने जिलाधीश कार्यालय परिसर में ही सिर के बाल कटवा दिए। वहीं, आमरण अनशन पर बैठे और सड़क बनाने की मांग कर रहे लोगों ने जिला प्रशासन को मंगलवार शाम पांच बजे तक मंजूरी की प्रति न मिलने पर आत्मदाह करने तक की धमकी दी है।
सड़क सुविधा न मिलने के कारण धारकंड़ी क्षेत्र की पंचायतों के लोगों ने जिलाधीश कार्यालय तक रैली निकालने के बाद 12 अगस्त से क्रमिक अनशन शुरू किया था। इस दौरान उन्होंने जिला प्रशासन को सड़क बनाने की मंजूरी प्रदान करने के लिए तीन दिन का अल्टीमेटम दिया था, जोकि 15 अगस्त को समाप्त हो गया था और 15 अगस्त शाम से ग्रामीणों ने आमरण अनशन शुरू कर दिया था।
इसके बाद जिला प्रशासन ने अनशन पर बैठे ग्रामीणों को सांय चार बजे तक सड़क मंजूरी के लिए इंतजार करने को कहा, लेकिन जब सायं चार बजे तक ग्रामीणों को सड़क की मंजूरी के संदर्भ में कोई पुख्ता जानकारी न मिली तो उन्होंने खफा होकर मुंडन करवाना शुरू कर दिया।
ग्रामीणों ने प्रदेश सरकार के साथ-साथ विधानसभा क्षेत्र शाहपुर के कांग्रेस और भाजपा से संबंधित नेताओं के खिलाफ भी जमकर नारेबाजी की। इसके बाद एसडीएम धर्मशाला डॉ. हरीश गज्जू ने मौके पर पहुंच कर ग्रामीणों को देहरादून से बनरेट से घेरा सड़क की एफसीए मंजूरी मिलने की जानकारी दी और मंगलवार को शाम तक इसकी प्रति आने की बात भी कही।
इस दौरान ग्रामीणों ने बनरेट-घेरा सड़क की वन विभाग से मंजूरी मिलने की खुशी में प्रशासन जिंदाबाद के नारे भी लगाए। वहीं इस संदभ में उपमंडलाधिकारी धर्मशाला डॉ. हरीश गज्जू ने कहा कि धारमंडी क्षेत्र को जाने वाले सड़क मार्ग की हालत खस्ता है।
इसको दोबारा बनाने में कम से कम दो से तीन माह लगेंगे। इसके अलावा बनरेट-घेरा सड़क के निर्माण के लिए एक मामला एफसीए की मंजूरी के लिए गया था, जिसे अब मंजूरी मिल गई है। मंगलवार तक इस मंजूरी की प्रति उन तक पहुंच जाएगी।
रावा खड़ीबेही के प्रधान अर्जुन सिंह ने कहा कि अगर मंगलवार को प्रशासन ने बरनेट से घेरा सड़क की वन विभाग की मंजूरी की प्रति नहीं मिलती है तो ग्रामीण धारकंडी क्षेत्र में बने बिजली प्रोजेक्ट में बिजली उत्पादन बंद करवा देंगे। साथ ही वहां से धर्मशाला को होने वाली पानी की आपूर्ति को बंद कर देंगे।
धारकंडी क्षेत्र के युवा रवि कुमार ने कहा कि युवा किसी खुशी में मुंडन नही करवा रहे हैं। सरकार के ढुलमुल रवैये के कारण आज सैकड़ों युवाओं को मुंडन करवाने पर मजबूर होना पड़ा है। सरकारें पिछले 17 सालों से बनरेट से घेरा तक डेढ़ किलोमीटर सड़क नहीं बना पाई है।
सड़क की मांग के लिए क्षेत्र के लोगों को आंदोलन जारी रहेगा। धारकंडी के युवाओं के साथ अनशन पर बैठे भड़ियाड़ा वार्ड के जिला परिषद सदस्य जोगिंद्र सिंह पंकू ने कहा कि सड़क की मांग को लेकर आश्वासनों से तंग आकर धारकंडी क्षेत्र के करीब 198 युवाओं ने मुंडन करवाया है। उन्होंने कहा कि मंगलवार को शाम को अगर बरनेट-घेरा सड़क की वन विभाग की मंजरी की प्रति नहीं मिली तो युवा आत्मदाह करने से पीछे नहीं रहेंगे।