सफेद हाथी साबित हो रहा मेडिकल कॉलेज , ऑर्थो के छोटे ऑपरेशन के लिए भी करना पड़ रहा लंबा इंतजार

सफेद हाथी साबित हो रहा मेडिकल कॉलेज , ऑर्थो के छोटे ऑपरेशन के लिए भी करना पड़ रहा लंबा इंतजार
एनस्थीसिया डिपार्टमेंट पर मनमानी के आरोप, सप्ताह में मात्र एक दिन हो रहे ऑर्थो के ऑपेरशन

पहले तीन दिन होती थी ऑर्थो की सर्जिकल ओपीडी 

यंगवार्ता न्यूज़ - नाहन   08-10-2021
 
डॉ. वाईएस परमार मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल नाहन में ऑर्थो के ऑपरेशन के लिए मरीजों को लंबा इंतजार करना पड़ रहा है। आलम यह है कि मेडिकल कॉलेज में एक छोटे से ऑपरेशन के लिए भी मरीज को एक सप्ताह से भी लम्बा इंतजार करना पड़ता है।
 
दरअसल मेडिकल कॉलेज नाहन में पहले सप्ताह में तीन दिन ऑर्थो के ऑपरेशन किए जाते थे , मगर कोरोना के चलते ऑपरेशन के लिए मात्र एक दिन रखा गया था। लोगों द्वारा मांग की जा रही है कि ऑपरेशन पहले की तरह तीन दिन होने चाहिए , क्योंकि मात्र एक दिन ही ऑपरेशन होने से मरीजों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
 
वहीं इस बारे में डॉ. वाईएस परमार मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल ऑर्थो विभाग के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. नवीन गुप्ता ने बताया कि ऑर्थो डिपार्टमेंट के चिकित्सक अपनी सेवाएं देने के लिए पूर्ण रूप से तैयार है , मगर यहां एनेस्थीसिया डिपार्टमेंट द्वारा उनको सहयोग नहीं दिया जा रहा है जिसके चलते यह समस्या खड़ी हो रही है।
 
उन्होंने  एनेस्थीसिया डिपार्टमेंट के एचओडी पर भी मनमानी के आरोप लगाएं। वहीं उन्होंने यह भी माना कि ऑर्थो ऑपरेशन के लिए मरीजों को लंबा इंतजार करना पड़ रहा है। साथ ही इस बात को भी स्वीकार किया कि समय पर ऑपरेशन ना होने के चलते मरीज की समस्या और भी गंभीर हो जाती है। 
 
उन्होंने यह भी कहा कि एक सप्ताह के भीतर मेडिकल कॉलेज में करीब 12 से 15 मरीज ऑपरेशन के लिए इकट्ठा हो जाते है मगर एक ही दिन में इतने लोगों के ऑपरेशन कर पाना भी संभव नहीं हो पाता है।
 
उधर इस बारे में डॉ. वाईएस परमार मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. श्याम कौशिक ने बताया कि ऑर्थो डिपार्टमेंट और  एनेस्थीसिया डिपार्टमेंट के चिकित्सकों के साथ उन्होंने बैठक की है और जल्द समस्या का समाधान निकाला जाएगा ।
 
वहीं उन्होंने यह भी कहा कि  एनेस्थीसिया डिपार्टमेंट से करीब तीन चिकित्सकों के यहां से तबादले हुए हैं उसके कारण भी यह समस्या पैदा हुई है। उधर डॉ. वाईएस परमार मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल नाहन के  एनेस्थीसिया डिपार्टमेंट के एचओडी डॉ. गिरीश शर्मा ने बताया कि हर डिपार्टमेंट के लिए ऑपरेशन थिएटर में एक-एक दिन का समय दिया जा रहा है।
 
उन्होंने बताया कि स्टाफ की कमी के चलते इस प्रकार की दिक्क्तें आ रही है , बावजूद इसके भी इमरजेंसी में 24 घंटे ऑपरेशन की सुविधा दी जा रही है। ऐसे मेडिकल कॉलेज प्रबंधन की लापरवाही कहें या चिकित्सकों के आपसी मनमुटाव पर कहीं ना कहीं इसका सीधा खामियाजा यहां पहुंचने वाले मरीजों को भुगतना पड़ रहा है। क्योंकि दो विभागों के बीच जिला के ग्रामीण इलाकों से आने वाले मरीज पिस रहे है।