सेब पैकिंग के लिए यूनिवर्सल कार्टन शुरू न होने से बागवानों का मंडियों में हो रहा शोषण 

सेब पैकिंग के लिए यूनिवर्सल कार्टन शुरू न होने से बागवानों का मंडियों में हो रहा शोषण 

यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला   14-09-2020

हिमाचल में सेब पैकिंग के लिए यूनिवर्सल कार्टन शुरू न होने से बागवानों का मंडियों में शोषण हो रहा है। आढ़ती और लदानी बागवानों से टेलीस्कोपिक कार्टन में ही सेब पैक कर मंडियों में लाने का दबाव बनाते हैं। बागवान कई सालों से सरकार पर दबाव बना रहे हैं कि यूनिवर्सल कार्टन की व्यवस्था की जाए।

यूनिवर्सल कार्टन की बनावट ऐसी होती है कि उसमें क्षमता से ज्यादा सेब नहीं भरा जा सकता, जबकि टेलीस्कोपिक कार्टन बीस किलो क्षमता का है। इसमें बीस के बदले 30 से 32 किलो सेब भरा जा सकता है। 

इसी कारण आढ़ती और लदानी टेलीस्कोपिक कार्टन में सेब खरीदना पसंद करते हैं। पूर्व कांग्रेस सरकार के सत्ता में रहते भी यूनिवर्सल कार्टन बागवानों को उपलब्ध कराने की मांग उठी थी। 

इस संबंध में प्रस्ताव लाने पर भी विचार किया जाने लगा था, परंतु यह मामला ठंड बस्ते में चला गया। प्रदेश सब्जी एवं फल उत्पादक संघ के अध्यक्ष हरीश चौहान कहते हैं कि टेलीस्कोपिक के बदले सेब बागवानों को यूनिवर्सल कार्टन देने की मांग लंबे समय से की जा रही है। कांग्रेस सरकार भी यह व्यवस्था नहीं कर पाई है। वर्तमान सरकार ने भी इस दिशा में बागवानों को राहत नहीं दी है।