ऊना मुख्यालय से सटी ग्राम पंचायत कोटला खुर्द में प्रशासनिक नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए सामूहिक भोज का आयोजन किया गया। जहां सरकारी नियमों की खूब धज्जियां उड़ाई गई।
प्रदेश सरकार और जिला प्रशासन ने हाल ही में पहली मई से शादी में केवल मात्र 20 लोगों के भाग लेने के आदेश जारी किए हुए है। जबकि सामूहिक भोज पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया गया है। इसके बावजूद कोटला खुर्द में चल रहे एक शादी समारोह में न सिर्फ लोगों का हुजूम उमड़ा, बल्कि सामूहिक भोज का भी आयोजन किया गया।
मामले की सूचना जिला मुख्यालय ऊना तक पहुंची तो प्रशासन और मीडिया की टीमें मौके की तरफ रवाना हई। आयोजन स्थल पर मीडिया टीम को आता देख आयोजकों ने सामूहिक भोज में आए मेहमानों को भगाना शुरू कर दिया। हालांकि मौके पर जिला प्रशासन द्वारा गठित फ्लाइंग स्क्वायड का दस्ता भी पहुंचा था। लेकिन फ्लाइंग स्क्वाड मौके पर केवल मात्र औपचारिकताएं करती ही नजर आई।
हैरत की बात तो उस वक्त हुई जब मौके पर पहुंची फ्लाइंग स्क्वायड के दस्ते ने भी आयोजनकर्ताओं के खिलाफ कोई कार्रवाई अमल में न लाते हुए केवल मात्र औपचारिकता निभाई। जब शादी समारोह में मीडिया के लोग पहुंचे तो आयोजनकर्ताओं ने सामूहिक भोज में बुलाए हुए मेहमानों को टेंट से भगाना शुरू कर दिया। यहीं नहीं सामूहिक भोज में हिस्सा लेने आये लोग तो एक तरफ वहां 10 से 15 बेटर भी सेवाएं दे रहे थे।
मौके पर पहुंचे फ्लाइंग स्क्वायड के सदस्य राजिंद्र कौशल का कहना था कि जिला प्रशासन के आदेश के मुताबिक सामूहिक भोज पर प्रतिबंध 1 मई के बाद लागू किया जाएगा, हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि कार्यक्रम में केवल 20 लोग ही मौजूद थे।
अब सवाल यह उठता है कि यदि समारोह में 20 लोग मौजूद थे तो सामूहिक भोज पर पाबंदी 1 मई के बाद कैसे लागू हो सकती है। जबकि शादी समारोह में 20 लोगों की मौजूदगी और सामूहिक भोज पर प्रतिबंध एक साथ लागू किए गए हैं।
गौरतलब है कि मीडिया की टीम के मौके पर पहुंचने से पहले फ्लाइंग स्क्वायड का दस्ता कार्यक्रम में मौजूद था। ग्राम पंचायत की प्रधान ममता शर्मा ने बताया कि कार्यक्रम के आयोजकों को सुबह ही पंचायत द्वारा नोटिस जारी करके सामूहिक भोज का आयोजन न करने की हिदायत जारी की गई थी।