साढ़े चार वर्षोें में किन्नौर को 350 करोड़ रुपये की विकासात्मक परियोजनाएं की स्वीकृत : मुख्यमंत्री 

प्रदेश सरकार ने वर्ष 2018-19 से 2022-23 के दौरान प्रदेश के जनजातीय क्षेत्रों के विकास के लिए तीन हजार 619 करोड़ रुपये का बजट प्रावधान किया है

साढ़े चार वर्षोें में किन्नौर को 350 करोड़ रुपये की विकासात्मक परियोजनाएं की स्वीकृत : मुख्यमंत्री 
साढ़े चार वर्षोें में किन्नौर को 350 करोड़ रुपये की विकासात्मक परियोजनाएं की स्वीकृत : मुख्यमंत्री 
 
यंगवार्ता न्यूज़ - रिकांगपिओ  22-06-2022
 
प्रदेश सरकार ने वर्ष 2018-19 से 2022-23 के दौरान प्रदेश के जनजातीय क्षेत्रों के विकास के लिए तीन हजार 619 करोड़ रुपये का बजट प्रावधान किया है। गत साढ़े चार वर्षोें के दौरान केवल किन्नौर जिले के लिए 350 करोड़ रुपये की विकासात्मक परियोजनाएं स्वीकृत और अनुमोदित की गई हैं जो जनजातीय क्षेत्रों के विकास के लिए प्रदेश सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। 
 
 
यह बात मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज किन्नौर जिला के रिकांगपिओ में राज्य स्तरीय जनजातीय नृत्य एवं शिल्प मेले का शुभारंभ करते हुए कही। इस अवसर पर उन्होंने शिल्पकारों के स्टॉल का निरीक्षण भी किया और वहां प्रदर्शित उत्पादों में गहरी रूचि दिखाई। मुख्यमंत्री ने कहा कि जनजातीय क्षेत्र के लोग अपनी सादगी, कड़ी मेहनत और प्रतिबद्धता के लिए जाने जाते हैं। 
 
 
उन्होंने स्वर्गीय टीएस नेगी और स्वर्गीय चेतराम के योगदान को स्मरण करते हुए कहा कि यह दोनों नेता न केवल जनजातीय क्षेत्र के विकास में दिए गए उनके योगदान के लिए बल्कि उनके अनुशासन और कार्य संस्कृति के लिए भी याद किए जाते हैं। उन्होंने जनजातीय क्षेत्र के लोगों की अपनी संस्कृति और परंपराओं को सम्मान देने के लिए सराहना की। जय राम ठाकुर ने कहा कि इस जनजातीय जिले के लोग गत 16 वर्षों से एफआरए के अन्तर्गत भूमि लीज पर मिलने का इंतजार कर रहे हैं। 
 
 
उन्होंने कहा कि अब इस प्रक्रिया में तेजी लाई जा रही है और आज 107 लोगों को लीज पर भूमि उपलब्ध करवाई जा रही है जिनमें से 60 मामले एफआरए के अन्तर्गत और 47 मामले नौतोड़ के हैं। इस अवसर पर उन्होंने 60 लाभार्थियों को भू-पट्टा भी प्रदान किया। उन्होंने कहा कि यह एक ऐतिहासिक कदम है और जनजातीय क्षेत्रों के लोगों को भूमि प्रदान करने में दूरगामी सिद्ध होगा। जय राम ठाकुर ने विपक्षी नेताओं पर जनजातीय क्षेत्र के लोगों को विकास के नाम पर गुमराह करने का आरोप लगाया। 
 
 
उन्होंने कहा कि वह स्वयं पहाड़ी पृष्ठभूमि से संबंध रखते हैं तथा जनजातीय और पहाड़ी क्षेत्र के लोगों की विकासात्मक आवश्यकताओं से भली-भान्ति परिचित हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के कल्याण और विकास के लिए वह अथक प्रयास कर रहे हैं और आखिरी पायदान पर खड़े व्यक्ति तक विकास का लाभ सुनिश्चित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि कुछ विपक्षी नेता सार्वजनिक रूप से यह दावा कर रहे हैं कि सत्ता में आने पर वे वर्तमान राज्य सरकार द्वारा शुरू की गई योजनाओं को बंद कर देंगे। 
 
 
उन्होंने विपक्षी नेताओं से पूछा कि क्या वे लोगों को सामाजिक सुरक्षा पेंशन व निःशुल्क गैस कनैक्शन उपलब्ध करवाना और सहारा, हिमकेयर और शगुन जैसी योजनाओं के लाभ प्रदान करना बंद कर देंगे। उन्होंने कहा कि कानम मंदिर को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने का प्रयास किया जाएगा। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने टूरिज्म इन हिमाचल विषय पर महा क्विज का भी उद्घाटन किया। 
 
 
इससे पहले, मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने किन्नौर जिला के रिकांगपिओ में पुलिस मैदान में 53.76 करोड़ रुपये लागत की 19 विकासात्मक परियोजनाओं के लोकार्पण और शिलान्यास किए। उपायुक्त किन्नौर आबिद हुसैन सादिक ने मुख्यमंत्री का स्वागत करते हुए तीन दिवसीय राज्य स्तरीय जनजातीय नृत्य एवं शिल्प मेले के दौरान आयोजित किये जा रहे विभिन्न कार्यक्रमों की जानकारी प्रदान की। 
 
 
पूर्व विधायक तेजवंत नेगी, जिला भाजपा अध्यक्ष संजीव, जिला परिषद अध्यक्ष निहाल चारस, प्रधान सचिव जनजातीय विकास ओंकार चंद शर्मा, किन्नौर के पुलिस अधीक्षक अशोक रंजन सहित अन्य  गणमान्य व्यक्ति इस अवसर पर उपस्थित थे।