हंगामे के डर से भाजपा शासित नगर परिषद नहीं करवा पा रही सदन की बैठक
चुनाव के दौरान भले ही राजनेता जनता से कई लोक लुभावने वायदे करते हो लेकिन सत्ता हासिल करने के बाद जनता की दिक्क्तों को भूल जाते है
यंगवार्ता न्यूज़ - नाहन 01-03-2022
चुनाव के दौरान भले ही राजनेता जनता से कई लोक लुभावने वायदे करते हो लेकिन सत्ता हासिल करने के बाद जनता की दिक्क्तों को भूल जाते है। भाजपा शासित नगर परिषद में दो महीने से सदन की बैठक न बुलाए जाने से सवालिया निशान लग रहे है। नगर परिषद एक्ट के अनुसार सदन की बैठक प्रत्येक माह बुलाई जानी अनिवार्य है।
उधर कांग्रेस ने आरोप लगाया कि शहर की कई ज्वलंत समस्याओं को लेकर लोग परेशान हैं। परिषद में मनमर्जी का आलम है। ऐसे में फजीहत से बचने के लिए सदन की बैठकें ही नही की जा रही है। दूसरी तरफ आरोप यह भी हैं कि भाजपा के कई पार्षद अपनी वयस्तता के कारण मीटिंग में उपलब्ध न होने के कारण नप प्रशासन फ़रवरी में अभी तक सदन की बैठक की तारीख तय नही कर सका। ऐसे में जनवरी और फरवरी माह भी बिना सदन की बैठक के निकल गया।
इस मामले कांग्रेस के वरिष्ठ पार्षद योगेश गुप्ता ने आरोप लगाया कि भाजपा शासित परिषद की मीटिंग फजीहत के डर से नहीं बुलाई जा रही है। दो महीने से सदन में होने वाला काम काज अटका हुआ है। परिषद में मनमर्जी आलम है। कोई सुनवाई नहीं हो रही है। नियमों के अनुसार हर महीने सदन की बैठक होना अनिवार्य है।
नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी संजय तोमर ने हाउस की मीटिंग को लिए साफ किया कि जनवरी में कोरोना के कारण मीटिंग का आयोजन नही हो सका । फरवरी में पार्षदों की तरफ से व्यस्तता के कारण ऐसा नहीं हो पाया। अब मार्च के पहले सप्ताह में सदन की मीटिंग रखी गई है।