हिमाचल-उत्तराखंड की सीमा पर खोदरी माजरी के पास जलाशय में फंसी 12 भैंसें , एसडीआरएफ ने किया रेस्कयू 

हिमाचल और उत्तराखंड की सीमा पर खोदरी माजरी के समीप डैम में एक गुज्जर परिवार की 12 भैंसें अचानक फंस गई

हिमाचल-उत्तराखंड की सीमा पर खोदरी माजरी के पास जलाशय में फंसी 12 भैंसें , एसडीआरएफ ने किया रेस्कयू 


यंगवार्ता न्यूज़ - पांवटा साहिब  04-03-2022


हिमाचल और उत्तराखंड की सीमा पर खोदरी माजरी के समीप डैम में एक गुज्जर परिवार की 12 भैंसें अचानक फंस गई। जानकारी के मुताबिक हिमाचल प्रदेश के शिमला जिला के नेरवा के रहने वाले नेक मोहम्मद इन दिनों अपनी भैंसों को लेकर खोदरी माजरी के जंगलों में डेरा डाले हुए हैं। आज सुबह अचानक नूर मोहम्मद की 12 भैंसें खोदरी माजरी के समीप यमुना और टोंस नदी पर बने जलाशय में फंस गई , जिसकी सूचना स्थानीय लोगों ने आपदा प्रबंधन , स्थानीय प्रशासन और पुलिस प्रशासन को दी।

 

सूचना मिलते ही आपदा प्रबंधन मोचन बल की 8वीं वाहिनी गाजियाबाद उत्तर प्रदेश ,  हिमाचल प्रदेश पुलिस और स्थानीय प्रशासन मौके पर पहुंचा। मौके पर पहुंचकर आपदा प्रबंधन की टीम ने नूर मोहम्मद की सभी 12 भैंसों को सकुशल जलाशय से बाहर निकाला। आपदा प्रबंधन सिरमौर का कहना है कि सरकार द्वारा आपदा के लिए निशुल्क दूरभाष नंबर 1077 , 112 और 100 टोल फ्री नंबर जारी किए हैं जिस पर व्यक्ति आपदा के समय कॉल कर सकता है।

 

आपदा प्रबंधन का कहना है कि नूर मोहम्मद की सभी 12 भैंसों को सकुशल जलाशय से बाहर निकाल दिया गया है जिससे नूर मोहम्मद ने राहत की सांस ली है। गौर हो कि सर्दियों के दिनों में हिमाचल प्रदेश के पर्वतीय क्षेत्रों में रहने वाले गुज्जर अपनी मवेशियों को मैदानी इलाकों में लाते हैं तथा गर्मियां शुरू होते ही वह अपने मवेशियों को वापस पर्वतीय क्षेत्रों में ले जाते हैं। इन दिनों नेरवा के नूर मोहम्मद भी अपनी भैंस और अन्य मवेशियों को लेकर जिला सिरमौर के खुदरी माधुरी में डेरा डाले हुए हैं।

 

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक बबीता राणा ने यंगवार्ता को बताया की उत्तराखंड की सीमा पर खोदरी के समीप बने जलाशय में गुज्जर परिवार की करीब एक दर्जन भैंसें फंसी गई थी , जिन्हे रेस्कयू किया गया है।