हिमाचल के कॉलेजों में कब से शुरू होंगे प्रथम वर्ष के ऑनलाइन दाखिले जानिए.......
यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 08-07-2020
12वीं कक्षा का परीक्षा परिणाम घोषित होने के साथ ही कॉलेजों में फर्स्ट ईयर के दाखिले करने की कवायद शुरू हो गई है। संभावित है कि 15 जुुलाई से कॉलेजों में ऑनलाइन दाखिले शुरू हो सकते हैं। इसको लेकर शिक्षा विभाग ने प्रस्ताव तैयार कर दिया है। इसी सप्ताह सरकार की मंजूरी के लिए प्रस्ताव भेज दिया जाएगा।
इसके अलावा फर्स्ट और सेकेंड ईयर में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को भी प्रोविजनल आधार पर दाखिले देने पर विचार चल रहा है। सरकार के निर्देशानुसार ही इस बाबत अंतिम फैसला लिया जाएगा। प्रदेश के कॉलेजों में छठे सेमेस्टर की परीक्षाएं लेने को लेकर यूजीसी की गाइडलाइन पर भी शिक्षा विभाग ने मंथन शुरू कर दिया है। यूजीसी ने सितंबर अंत तक परीक्षाएं करवाने को कहा है।
हिमाचल सरकार ने बीते दिनों ही कॉलेजों और स्कूलों में केंद्र बनाकर परीक्षाएं लेने का प्रस्ताव तैयार किया है। प्रदेश में करीब चालीस हजार विद्यार्थी छठे सेमेस्टर की परीक्षाएं देंगे। सोमवार को यूजीसी की गाइडलाइन आने के बाद प्रस्ताव में दोबारा संशोधन करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है।
संभावित है कि इसको लेकर शिक्षा विभाग और विश्वविद्यालय की इस सप्ताह बैठक हो सकती है। बीते दिनों हुई बैठक में विश्वविद्यालय प्रबंधन ने परीक्षाएं लेने के लिए अपनी ओर से सभी तैयारियां पूरी होने का दावा किया है। अब ये सरकार को तय करना है कि छठे सेमेस्टर की परीक्षाएं कब से लेनी हैं।
स्नातक डिग्री कोर्स के अंतिम बैच की सेमेस्टर परीक्षा को लेकर विवि को अब सरकार के निर्देशों का इंतजार है। विवि ने पहले ही परीक्षाओं को करवाने की तैयारी कर रखी है, शेष बचे इंतजाम पूरे करने को विवि को दस से पंद्रह दिन का समय चाहिए होगा। यूजीसी ने परीक्षा को सितंबर में करवाने का सुझाव दिया है।
प्रदेश में कोरोना संक्रमण का खतरा अन्य राज्यों की तुलना में कम है। इसको देखते हुए यदि परीक्षाएं पहले भी करवानी पड़ेंगी तो एचपीयू इसे करवाने को तैयार है। विवि ने पहले 15 जुलाई से ही यूजी अंतिम सेमेस्टर की परीक्षा करवाने का फैसला लिया था।
यूजीसी की ओर से नई गाइडलाइन के इंतजार को देखते हुए फैसला टाल दिया था। कुलपति प्रो. सिकंदर कुमार का कहना है कि विवि ने यूजी अंतिम सेमेस्टर की परीक्षा की तैयारी कर रखी है। यूजीसी के ताजा दिशा निर्देश आने के बाद अब सरकार के जो भी निर्देश होंगे उसके मुताबिक परीक्षा करवा दी जाएगी।