हिमाचल के बागवान अब अपने बगीचों में लगा सकेंगे यूएसए के गुठलीदार फलों के पौधे 

हिमाचल प्रदेश के बागवान अब अपने बगीचों में यूएसए के गुठलीदार फलों के पौधे लगा सकेंगे। उद्यान विभाग पहली बार यूएसए से प्लम, आडृ, खुमानी और बादाम के 56,000 पौधे आयात कर रहा है। इसी महीने पौधों की खेप हिमाचल पहुंच जाएगी

हिमाचल के बागवान अब अपने बगीचों में लगा सकेंगे यूएसए के गुठलीदार फलों के पौधे 

यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला     07-02-2023

हिमाचल प्रदेश के बागवान अब अपने बगीचों में यूएसए के गुठलीदार फलों के पौधे लगा सकेंगे। उद्यान विभाग पहली बार यूएसए से प्लम, आडृ, खुमानी और बादाम के 56,000 पौधे आयात कर रहा है। इसी महीने पौधों की खेप हिमाचल पहुंच जाएगी। 

पौधों को एक साल के लिए क्वारंटाइन में रखा जाएगा ताकि, यह सुनिश्चित हो सके की पौधों में कोई बीमारी नहीं है। अगले साल उद्यान विभाग बागवानों को यूएसए से आयातित पौधे का आवंटन करेगा। पौधों के आयात से पहले उद्यान विभाग के अधिकारी आपूर्ति पूर्व निरीक्षण भी कर चुके हैं।

हिमाचल प्रदेश में गुठलीदार फल सेब का विकल्प बन रहे हैं। निचली ऊंचाई वाले क्षेत्रों में जहां सेब के बगीचे पुराने हो गए हैं, वहां बागवान अब गुठलीदार फलों के बगीचे तैयार कर रहे हैं। बागवानों को प्लम, आडृ, खुमानी और बादाम के दाम भी बढि़या मिल रहे हैं। 

इसलिए विदेशी पौधों की मांग में भी भारी इजाफा हुआ है। शिमला जिले के ठियाेग, कोटखाई, रामपुर, कुमारसैन और रोहड़ूू सहित अन्य क्षेत्रों में गुठलीदार फलों का उत्पादन होता है।

संयुक्त निदेशक उद्यान विभाग डाॅ. सुभाष चंद ने कहा कि  यूएसए से गुठलीदार फलों के 56,000 पौधे आयात किए जा रहे हैं। इसी महीने पौधों की खेप विभाग के पास पहुंच जाएगी। एक साल क्वारंटीन अवधि के बाद अगले साल बागवानों को यह पौधे उपलब्ध करवाए जाएंगे।