हिमाचल प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय के 17 विभागों को मिले विभागाध्यक्ष , रजिस्ट्रार ने जारी की सूची 

हिमाचल प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय के 17 विभागों को मिले विभागाध्यक्ष , रजिस्ट्रार ने जारी की सूची 

यंगवार्ता न्यूज़ - काँगड़ा 20-05-2021

चौधरी सरवन कुमार हिमाचल प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर के 17 विभागों में नए अध्यक्षों की तैनाती की गई है। बोर्ड ऑफ मैनेजमेंट से हरी झंडी मिलते ही अधिकतर ने पदभार संभाला लिया है।

कृषि विश्वविद्यालय के तहत तीन महाविद्यालयों के 17 विभागों में नए अध्यक्षों के चयन की प्रक्रिया में चाय समिति की सिफारिश व 18 मई को बोर्ड ऑफ मैनेजमेंट की वर्चुअल बैठक में चर्चा के बाद विभागाध्यक्षों के नामों में अंतिम मुहर लग सकी। 

रजिस्ट्रार पंकज शर्मा ने 17 नए विभागाध्यक्षों की सूची जारी करते बताया कि 17 नए विभागाध्यक्षों में 12 कृषि महाविद्यालय, चार - वेटरिनरी काॅलेज और एक बेसिक साइंस कालेज से है। कृषि महाविद्यालय में प्रधान वैज्ञानिक डॉ. वीरेंद्र कुमार को एग्रीकल्चरल इकोनॉमिक्स , एक्सटेंशन एजुकेशन एंड रूरल सोशियोलॉजी विभाग , प्रधान वैज्ञानिक डॉ. वीके सूद को जेनेटिक्स एंड प्लांट ब्रीडिंग , प्रो. डाॅ. डीके बन्याल को प्लांट पैथोलॉजी, प्रो. डाॅ . आरके कपिला को सीड साइंस एंड टेक्नोलॉजी, डाॅ. देशराज चौधरी को वेजिटेबल साइंस एंड फ्लोरिकल्चर , डॉ. सुरेश कुमार उपाध्याय को हॉर्टिकल्चर एंड एग्रोफोरेस्ट्री, डाॅक्‍टर जयदेव को टी हसबेंडरी एंड टेक्नोलॉजी , प्रिंसिपल एग्रोनॉमिस्ट डाॅक्‍टर नवीन कुमार को एग्रोनॉमी , प्रिंसिपल साइंटिस्ट डॉक्टर रविंद्र सिंह चंदेल को एंटोमोलॉजी, प्रो . डा . कमल देव शर्मा को एग्रीकल्चर बायोटेक्नोलॉजी , प्रिंसिपल साइंटिस्ट डा . जनार्दन सिंह को ऑर्गेनिक एग्रीकल्चर एंड नेचुरल फार्मिंग और प्रिंसिपल साइंटिस्ट डॉक्टर नरेंद्र कुमार सांख्यान को सॉयल साइंस विभाग का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है।

वेटरिनरी कॉलेज में डॉक्टर गीतांजलि सिंह को वेटरनरी फिजियोलॉजी एंड बायोकेमिस्ट्री , डॉक्टर सोम प्रकाश त्यागी को वेटरनरी सर्जरी एंड रेडियोलॉजी, डॉक्टर राजेश चाहोता को वेटरनरी माइक्रोबायोलॉजी तथा प्रो . आरके असरानी को वेटनरी पैथोलॉजी का अध्यक्ष बनाया गया है । डॉक्टर राम कुमार उपाध्याय बेसिक साइंस कालेज के बायोलॉजी एंड एनवायरमेंटल साइंस विभाग के अध्यक्ष होंगे। 

प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार पंकज शर्मा ने कहा कि बोर्ड ऑफ मैनेजमेंट से मंजूरी के बाद कुलपति ने विभागाध्यक्षों की नियुक्ति की है । ये नियुक्तियां पदभार ग्रहण करने से लेकर तीन वर्ष की अवधि या फिर सेवानिवृति का समय, जो भी पहले आएगा, तक जारी रहेंगी।