हिमाचल प्रदेश में दो मार्च तक बारिश-बर्फबारी की संभावना 

बर्फबारी से हिमाचल प्रदेश की चोटियां एक बार फिर से गुलजार हो गई हैं। मौसम विभाग की चेतावनी के बीच राजधानी शिमला सहित प्रदेश के ऊपरी चोटियों पर सोमवार को बर्फबारी का दौर

हिमाचल प्रदेश में दो मार्च तक बारिश-बर्फबारी की संभावना 

यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला   27-03-2022

बर्फबारी से हिमाचल प्रदेश की चोटियां एक बार फिर से गुलजार हो गई हैं। मौसम विभाग की चेतावनी के बीच राजधानी शिमला सहित प्रदेश के ऊपरी चोटियों पर सोमवार को बर्फबारी का दौर चलता रहा है, वहीं निचले क्षेत्रों में जमकर बारिश हुई है। 

हिमाचल प्रदेश में एक बार फिर ठंड का प्रकोप बढऩे से लोग घरों में दुबक गए। शिमला सहित पर्वतीय जिलों में बफऱ्बारी हुई है, तो मैदानी भागों में अंधड़ के साथ बारिश का दौर जारी है। इस कारण पूरे प्रदेश को शीतलहर ने जकड़ लिया है। ताजा बफऱ्बारी से शिमला शहर सफेद चादर से ढक गया है। यहां के ऐतिहासिक रिज और मालरोड पर सैलानियों ने बर्फबारी का जमकर लुत्फ उठाया। 

पर्यटन स्थलों कुफरी, नारकंडा और डलहौजी में भी बफऱ्बारी हुई। शिमला जिले के ऊपरी इलाके बर्फ से लकदक हैं। मौसम के तेवरों से शिमला सहित चार जिलों का पारा माइनस में पहुंच गया है। इस सर्दी से अभी राहत मिलने के आसार नहीं हैं, क्योंकि मौसम विभाग ने आगामी दो मार्च तक मौसम खराब रहने का अनुमान जताया है। 

कांगड़ा जिला के बड़ा भंगाल में दो फीट, कुल्लू जिला के अटल टनल में दो इंच, जलोड़ी जोत में पांच इंच, मनाली में एक इंच, लाहौल-स्पीति जिला के सिसु, काजा, तिन्दी व उदयपुर में दो इंच, मंडी जिला के पराशर लेक और शिकारी माता में छह-छह इंच, कमरुनाग में तीन इंच, शिमला के चांशल, खड़ापत्थर व खिड़की में तीन-तीन इंच, कुफरी व नारकंडा में दो-दो इंच बफऱ्बारी दर्ज की गई है। 

मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक सुरेंद्र पॉल ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता के कारण बारिश-बफऱ्बारी हो रही है। 27 व 28 फरवरी को मैदानी भागों में मौसम साफ रहेगा, जबकि अन्य हिस्सों में बारिश-बफऱ्बारी के आसार हैं। पहली और दो मार्च को पूरे प्रदेश में मौसम खराब रहेगा।

राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की रिपोर्ट में कहा गया है कि प्रदेश में शनिवार सुबह तक बफऱ्बारी से तीन एनएच और 258 सड़कें बंद हो गई हैं। लाहुल-स्पीति जिला में 143, चंबा जिला में 64, कुल्लू में 24 और मंडी जिला में 17 सड़कें अवरुद्ध हैं। इसके अलावा 46 बिजली ट्रांसफार्मर और 11 पेयजल स्कीमें भी ठप पड़ गए हैं।