हिमाचल प्रदेश में पुलिस भर्ती मामला दबाने के लिए सीबीआई को सौंपी जांच : रामलाल ठाकुर
हिमाचल प्रदेश में पुलिस भर्ती मामला प्रदेश सरकार के गले की फांस बन गया है। इस मामले की जांच के लिए सरकार ने हालांकि सीबीआई को सिफारिश भेजी है लेकिन विपक्ष इस पर भी सवाल खड़े कर रहा
यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 18-05-2022
हिमाचल प्रदेश में पुलिस भर्ती मामला प्रदेश सरकार के गले की फांस बन गया है। इस मामले की जांच के लिए सरकार ने हालांकि सीबीआई को सिफारिश भेजी है लेकिन विपक्ष इस पर भी सवाल खड़े कर रहा है और मामले को दबाने के लिए सीबीआई से जांच करवाने की बात कर रहा है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और विधायक रामलाल ठाकुर ने शिमला में पत्रकार वार्ता कर कहा कि सरकार ने पुलिस भर्ती मामले की जांच के लिए एसआईटी बनाई थी लेकिन पेपर लीक के जो मुख्य आरोपी है। उनको नहीं पकड़ा जा रहा बल्कि जिन्होंने पेपर खरीदा उन्हें पकड़ा है।
पेपर लीक मामले में प्रिंटिंग प्रेस पर सबसे बड़ा सवाल उठता है तो अब तक उन्हें क्यों नहीं गिरफ्तार किया गया। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि प्रिंटिंग प्रेस वाला बड़े राजनीति का रिश्तेदार है जिसकी वजह से अभी तक उसके खिलाफ कोई भी कार्रवाई नहीं की जा रही है।
यह प्रिंटिंग प्रेस वाला किसका रिश्तेदार है मुख्यमंत्री इसके बारे में स्थिति स्पष्ट करें साथ ही उन्होंने कहा कि सीबीआई ने गुड़िया मामले की भी जांच की थी उसमें आज तक कुछ नहीं हुआ और अब पुलिस भर्ती परीक्षा पेपर लीक मामला को भी रफा-दफा करने के लिए सरकार ने सीबीआई को इसकी जांच सौंपी है।
उन्होंने कहा कि यह सरकार लोगों को गुमराह करने का काम कर रही है और प्रदेश के युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ करेंगे पुलिस भर्ती पेपर ही नहीं बल्कि इससे पहले भी कई भर्ती पर सवाल खड़े हुए हैं।
विधायक रामलाल ठाकुर ने नैना देवी के पूर्व विधायक पर भी गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि नैना देवी मंदिर के ट्रस्ट के दो करोड़ यस बैंक में जमा करवाए गए और वहां से पूर्व विधायक के रिश्तेदार ने 5 गाड़ियों को फाइनेंस करवाया गया जो कि बिलासपुर भानुपाली रेल मार्ग निर्माण कार्य में लगाई गई है।