हिमाचल में 618 वेंटिलेटर में से 144 का ही कोविड में हो रहा इस्तेमाल
यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 12-05-2021
हिमाचल प्रदेश को पीएम केयर फंड से मिले 322 आईसीयू वेंटीलेटर में से 144 का इस्तेमाल हो रहा है, जबकि अन्य बंद हैं। कोरोना की पहली लहर के दौरान गंभीर मरीजों के लिए 118 वेंटिलेटर का पहले से इस्तेमाल किया जा रहा था।
पीएम केयर फंड से 178 पोर्टेबल वेंटीलेटर भी मिले हैं। 250 वेंटीलेटर केंद्र ने वापस मंगवा लिए हैं, इनकी जगह नए वेंटिलेटर मिलेंगे। अभी प्रदेश में कुल 618 वेंटिलेटर हैं। वर्तमान में कोविड मरीजों के लिए 262 आईसीयू वेंटीलेटर का इस्तेमाल किया जा रहा है। इनमें से 60 अब भी खाली हैं। पोर्टेबल वेंटिलेटर का तभी इस्तेमाल होगा जब आईसीयू वेंटीलेटर भी भरे जाएंगे।
प्रदेश में सोमवार तक 244 आईसीयू वेंटीलेटर का इस्तेमाल हो रहा था और मंगलवार को अठारह आईसीयू बिस्तरों को और बढ़ाया गया और अब कोविड मरीजों के लिए प्रदेश में 262 आईसीयू वेंटीलेटर का इस्तेमाल किया जा रहा है।
प्रदेश में कोरोना एक्टिव केस की संख्या 36 हजार है और इनमें से करीब पांच फीसद कोविड अस्पतालों व कोविड केयर केंद्रों में ऑक्सीजन की कमी व अन्य कारणों से उपचाराधीन हैं।आइसीयू वेंटीलेटर के लिए प्रशिक्षित स्टाफ होना आवश्यक है।
प्रशिक्षित चिकित्सकों की देखरेख में स्टाफ नर्सें मरीजों की निगरानी करती हैं। इसके लिए स्टाफ नर्सों व पैरामेडिकल स्टाफ को प्रशिक्षित किया गया है। विभागाध्यक्ष एनसथीसिया आईजीएमसी शिमला डॉक्टर एसएस सोढ़ी का कहना है वेंटिलेटर या आईसीयू बिस्तर में केवल उन्हीं मरीजों को रखने की आवश्यकता होती है जिनकी हालत बहुत गंभीर हो और सांस नहीं ले पा रहे हों।
कोरोना पॉजिटिव व्यक्ति को चाहिए कि बुखार की नियमित जांच करते रहें और पांच दिन में बुखार नहीं उतरता है तो अस्पताल में जांच को आएं और उपचार करवाएं। हर कोरोना मरीज को अस्पताल आने की आवश्यकता नहीं है।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन हिमाचल प्रदेश के मिशन निदेशक डॉक्टर निपुण जिंदल का कहना है वेंटीलेटर पर सभी मरीजों को रखने की आवश्यकता नहीं होती है। आवश्यकतानुसार वेंटिलेटर की संख्या को बढ़ाया जा रहा है। जैसे-जैसे आवश्यकता होगी इसका इस्तेमाल किया जाएगा।