हिमाचल में अब ड्रोन खेतों, बगीचों में दवा और खाद का करेंगे स्प्रे
हिमाचल प्रदेश के खेतों और बगीचों में जल्द ही ड्रोन खाद और दवाओं का स्प्रे करते नजर आएंगे। सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग ने ड्रोन की खरीद और किराये पर सुविधा देने के लिए नौ कंपनियों का चयन
यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 17-02-2022
हिमाचल प्रदेश के खेतों और बगीचों में जल्द ही ड्रोन खाद और दवाओं का स्प्रे करते नजर आएंगे। सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग ने ड्रोन की खरीद और किराये पर सुविधा देने के लिए नौ कंपनियों का चयन किया है। कोई भी विभाग या व्यक्ति शुल्क चुका कर यह सेवा ले सकेगा।
ड्रोन को कृषि, बागवानी, मेलों, दवाइयां पहुंचाने, सुरक्षा दृष्टि के साथ अन्य आयोजनों के लिए भी इस्तेमाल किया जा सकेगा। सुविधा लेने के लिए आईटी विभाग से संपर्क करना होगा।
विभाग की ओर से चयनित कंपनियों की सेवा लेने के लिए दाम तय किए गए हैं। दाम चुकाने के बाद इसकी सुविधा ले सकेंगे। विभाग के माध्यम से ड्रोन की खरीद भी की जा सकेगी।
भारत सरकार ने इस बार आम बजट में फसलों पर दवा स्प्रे करने के लिए भी ड्रोन के इस्तेमाल की बात कही है। इसी कड़ी में हिमाचल सरकार ने भी ड्रोन से स्प्रे करने का फैसला लिया है। उधर, भारत सरकार ने विदेशों से ड्रोन आयात करने पर रोक लगा दी है।
हालांकि ड्रोन बनाने के लिए उपयोग होने वाले पुर्जे मंगाए जा सकते हैं। इससे ड्रोन कंपनियां उत्साहित हैं। आईटी विभाग की चयन प्रक्रिया में भी कई कंपनियों ने भाग लिया। पूरी प्रक्रिया का पालन करने के बाद विभाग ने नौ कंपनियों का चयन किया है।
देश के कुछ राज्यों में ड्रोन की मदद से किसान-बागवान स्प्रे कर रहे हैं। इन राज्यों में इसका ट्रायल सफल होने के बाद प्रदेश में इसकी शुरुआत करने की तैयारी है। तमिलनाडु और तेलंगाना में भी इसका ट्रायल हुआ है।
प्रदेश की शक्तिपीठों सहित मुख्य मंदिरों की सुरक्षा भी ड्रोन के हवाले करने की तैयारी है। शक्तिपीठों में होने वाले मुख्य आयोजनों के दौरान स्थानीय प्रशासन सुरक्षा बंदोबस्त बनाए रखने के लिए ड्रोन की मदद ले सकेगा।
बजट की कमी के चलते संबंधित प्रशासन ड्रोन की खरीद करने की स्थिति में नहीं होते हैं। ऐसे में अवसर विशेष के लिए आईटी विभाग से संपर्क कर प्रशासनिक अधिकारी ड्रोन को कुछ दिनों के लिए किराये पर ले सकेंगे।
प्रदेश सरकार ने कांगड़ा जिले के शाहपुर आईटीआई में ड्रोन प्रशिक्षण स्कूल खोलने का फैसला लिया है। कैबिनेट ने बीते वर्ष इसकी मंजूरी दे दी है। शाहपुर आईटीआई में शुरू होने वाले ड्रोन प्रशिक्षण स्कूल में दसवीं पास कोई भी व्यक्ति सात दिनों के कोर्स के लिए प्रवेश ले सकेगा।