हिमाचल में पंचायती राज चुनाव की तैयारियां चरम पर, 36000 मतपेटियों की जांच शुरू

हिमाचल में पंचायती राज चुनाव की तैयारियां चरम पर, 36000 मतपेटियों की जांच शुरू
हिमाचल में पंचायती राज चुनाव की तैयारियां चरम पर, 36000 मतपेटियों की जांच शुरू

यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला  22-10-2020

हिमाचल चुनाव आयोग ने राज्य की 900 पंचायतों को 7 नवंबर तक वार्ड बंदी करने के फरमान जारी किए हैं। इस संबंध में आयोग ने जिलों के उपायुक्तों को आदेश जारी किए हैं। पंचायतों के पुनर्गठन से प्रभावित और नई पंचायतों में नए सिरे से वार्ड बंदी के बाद नई वोटर लिस्ट की मैपिंग की जानी हैं। 

 चुनाव आयोग ने नौ सौ पंचायतों की वार्ड बंदी और वोटर लिस्टों की मैपिंग का काम 7 नवंबर तक करने को कह दिया है। इन पंचायतों में कितने वार्ड बने हैं और किस पंचायत में कितने वोटर हैं। इस संबंध में आयोग ने मैपिंग का काम तय समय में करने के निर्देश दिए हैं।

 इन पंचायतों में वार्ड बंदी के बाद की तय होगा कि कितने वोटर किस वार्ड में हैं। इसी आधार पर वोटर लिस्ट तैयार होगी। इस वोटर लिस्ट की मैपिंग के बाद इसे आन लाइन भी उपलब्ध कराना है। इसके बाद इन पंचायतों की वोटर लिस्टों को चुनाव आयोग की साइट पर भी उपलब्ध कराया जाना है।

 राज्य चुनाव आयोग के चुनाव अधिकारी संजीव महाजन ने कहा कि आयोग ने नौ सौ पंचायतों की वार्ड बंदी और वोटर लिस्टों की मैपिंग को 7 नवंबर तक के आदेश दिए हैं। हिमाचल में पंचायती राज संस्थाओं के चुनाव को 36000 मतपेटियों की जांच शुरू हो गई है। 

राज्य चुनाव आयोग निर्देशों के बाद जिला और ब्लॉक स्तर पर काम शुरू किया गया है।  हर रोज एक कर्मचारी को तीस-तीस मतपेटियों की जांच करनी पड़ रही है। इन पेटियों की स्थिति देखी जा रही है और साथ ही इनके लॉक काम कर रहे हैं या नहीं। यह भी देखा जा रहा है।

राज्य चुनाव आयोग ने  मतपेटियों की मौजूदा स्थिति की जांच कर विस्तृत ब्योरा भी तलब किया है। ये मतपेटियां जिलों और ब्लॉकों में पिछले पांच साल से गोदामों में पड़ी हैं। इस कारण से इनके लॉक की जांच करने को कहा है और साथ ही इनकी आयलिंग और ग्रीसिंग भी की जा रही है। चुनाव अधिकारी संजीव महाजन ने कहा कि जिला और ब्लॉक स्तर पर मतपेटियों की जांच का काम शुरू हो गया है। इसके बाद मतपेटियों की स्थिति की जानकारी आयोग को देनी होगी।