हिमाचल में मर गई मानवीय संवेदनाएं , 20 दिनों में छह मासूम बच्चों की हत्या

हिमाचल में मर गई मानवीय संवेदनाएं , 20 दिनों में छह मासूम बच्चों की हत्या

यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 05-10-2021

देव भूमि हिमाचल में मानो मानवीय संवेदनाएं मर गई या यूँ कहे की अब हिमाचल की शांत वादियों में नन्हे मासूमों की चीख पुकार के गूंज रही है तो इसमें कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी।

देवभूमि के आये दिन दिल दहलाने और शर्मसार करने वाली घटनाएं सामने आ रही है। आलम यह है कि हिमाचल प्रदेश में 20 दिनों में 6 बच्चों की हत्या के मामले सामने आए हैं।

आये दिन नवजात और बच्चों के साथ ज्यादती की घटनाएं सामने आने से देवभूमि कलंकित हो रही है। यदि समय रहते इन वारदातों पर अंकुश नहीं लग पाया तो आने वाले समय में यह और वीभत्स हो जायेगा।

चंबा में जहां तीन बच्चों को मां ने प्रेमी संग मार डाला। वहीं, मंडी में मां ने तीन महीने की बच्ची को पुल से फेंक दिया। यही नहीं बिलासपुर में भी नवजात बच्ची को छोड़ने के बाद उसकी मौत हो गई।

पहला मामला चंबा जिला के सलूणी में आया जहाँ 14 सितंबर 2021 को इलाके में महिला ने अपने पड़ोसी प्रेमी के साथ तीन बच्चों को मौत की नींद सुला दिया। वारदात में महिला के पति की भी मौत हो गई थी।

महिला और उसके प्रेमी ने घर में आग लगा दी, जिससे दो साल, चार और छह साल के तीनों बच्चे जलकर मर गए , पति की भी मौत हो गई। जब  बाद में पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि महिला ने प्रेमी के साथ मिलकर इस वारदात को अंजाम दिया। दूसरा मामला 18 सितंबर 2021 को मंडी से आया। 

जिसने इंसान की रूह को झकझोर दिया।  यहां पर खड्ढ से दो जुड़वां बहनों के शव बरामद हुए।  पुलिस ने मुस्तैदी से मां को गिरफ्तार किया , जिसने बाद में गुनाह कबूला। 

बताते है कि महिला एक साल से प्रेमी के पास रही , लेकिन जब पति के पास लौटी तो सोचा कि बच्चियों के बारे में क्या बताएगी तो  फिर दो मासूम बच्चियों को पुल से फेंक दिया। तीन माह की इन बहनों की मौके पर ही मौत हो गई।

तीसरा मामला गांधी जयंती के दिन बिलासपुर में आया जहां  एक नवजात बच्चे को झाड़ियों से बरामद किया गया।  बरामदगी के वक्त मासूम की सांसें चल रही थी। बिलासपुर के झंडूता उपमंडल की ग्राम पंचायत घंडीर में यह घटना पेश आई थी  बाद में बच्चे की अस्पताल में मौत हो गई थी।

पुलिस ने इस संबंध में केस दर्ज कर लिया है बताते है कि बच्चे का जन्म घटना के एक दिन पहले ही हुआ था। चौथा मामला सोलन में 4 अक्टूबर को सामने आया। जहां शिव मंदिर कोटला नाला की सीढ़ियों पर नवजात शिशु को तौलिए में लपेटकर छोड़ दिया था। 

सोमवार सुबह जब मंदिर के पुजारी आए और स्थानीय लोग सैर करने के लिए मंदिर के पास पहुंचे तो नवजात शिशु को सीढ़ियों पर देख पुलिस को इसकी सूचना दी।

पुलिस ने शिशु को कब्जे में लेकर मामले की जांच शुरू कर दी है. हालांकि बच्चे की जान बच गई है और उसका अस्पताल में इलाज चल रहा है।, लेकिन ताजा मामले से देवभूमि शर्मसार हुई है।