अब पहले ही मिल जाएगी भूस्खलन की सूचना , निगुलसरी में इनस्टॉल अर्ली वार्निंग सिस्टम करेगा सचेत 

मौसम खराब होने के कारण किन्नौर जिला हाई अलर्ट पर है। जिले में कुछ दिन पूर्व बादल फटने से कई क्षेत्रों में बाढ़ ने खूब तबाही मचाई थी , जिससे जिले में बाढ़ से प्रभावित लोगोंं को लाखों का नुकसान हुआ है

अब पहले ही मिल जाएगी भूस्खलन की सूचना , निगुलसरी में इनस्टॉल अर्ली वार्निंग सिस्टम करेगा सचेत 
  
यंगवार्ता न्यूज़ - रिकांगपिओ  21-07-2022
 
मौसम खराब होने के कारण किन्नौर जिला हाई अलर्ट पर है। जिले में कुछ दिन पूर्व बादल फटने से कई क्षेत्रों में बाढ़ ने खूब तबाही मचाई थी , जिससे जिले में बाढ़ से प्रभावित लोगोंं को लाखों का नुकसान हुआ है। 
 
 
ऐसे में जिला प्रशासन लगातार बाढ़ व भूस्खलन से प्रभावित क्षेत्रों में लोगों को हुए नुकसान का आंकलन कर रहा है। यही नहीं इस बारिश से जिले के सबसे खतरनाक क्षेत्र निगुलसरी की पहाड़ियों से भी भूस्खलन व पत्थर गिरने शुरू हो गए हैं। ऐसे में मौके पर प्रशासन ने होमगार्ड व पुलिस जवानों को तैनात कर दिया है। 
 
 
कार्यवाहक उपायुक्त किन्नौर सुरेंद्र सिंह राठौर ने बताया कि जिला किन्नौर का निगुलसरी क्षेत्र भूस्खलन के मामले में सबसे खतरनाक क्षेत्र माना जाता है। जहां बीते वर्ष भी भूस्खलन के चलते कई लोगों ने अपनी जान गंवाई थी। 
 
 
ऐसे में इस वर्ष भी अब इसी जगह पर भूस्खलन होने के संकेत मौके पर इनस्टॉल अर्ली वार्निंग सिस्टम ने दिए हैं और थोड़े-थोड़े पत्थर भी गिरने शुरू हो गए हैं। जिसके कारण प्रशासन ने कुछ देर वाहनों की आवाजाही को रोक दिया था , लेकिन पहाड़ से जैसे ही पत्थरों का गिरना बंद हुआ वैसे ही वाहनों की आवाजाही सुचारू कर दी गई है।