खून की प्यासी बनी हिमाचल की भाग्य रेखाएं , जनवरी महीने में 101 सड़क हादसों में गंवाई जान

प्रदेश में नए साल के पहले महीने हर रोज 50 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज

खून की प्यासी बनी हिमाचल की भाग्य रेखाएं , जनवरी महीने में 101 सड़क हादसों में गंवाई जान

यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला  21-02-2022

नए वर्ष के पहले माह में प्रदेश में क्राइम के दर्ज मामलों का ग्राफ लगातार पांचवें साल डेढ़ हजार के आंकड़े को पार कर गया है। इस साल जनवरी माह में कुल 1684 मामले विभिन्न धाराओं के तहत दर्ज किए गए हैं। जनवरी 2018 में प्रदेश में कुल 1634 आपराधिक मामले दर्ज हुए थे, जबकि जनवरी 2019 में यह आंकड़ा 1592, जनवरी 2020 में 1828 और जनवरी 2021 में 1630 रहा था।
 
जनवरी माह में प्रदेश में आईपीसी की विभिन्न धाराओं के तहत कुल 977 तथा लोकल एंड स्पेशल लॉ के तहत 707 मामले दर्ज किए गए। देवभूमि में इस साल के पहले ही माह में कत्ल के पांच मामलों के साथ हत्या के प्रयास के दो मामलों ने प्रदेश को हिला के रख दिया। इस दौरान महिलाओं के साथ दुराचार के 23 मामले प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर सामने आए, जबकि महिलाओं के साथ अन्य अपराधों का ग्राफ 114 तक जा पहुंचा। किडनैपिंग एंड ऐब्डक्शन की धाराओं के तहत प्रदेश में 46 मामले दर्ज किए गए।
 
जनवरी माह में बर्गलरी के 31 मामलों के साथ चोरी की 62 वारदाते सामने आई। एक्साइज एक्ट की बात करें तो इसके तहत दर्ज मामलों की संख्या 423 रही और एससी-एसटी एक्ट की धाराओं के तहत भी 17 मामले दर्ज किए जा चुके हैं। जनवरी माह में प्रदेश में सड़क दुर्घटनाओं के दर्ज मामलों की संख्या 172 रही, जिसमें 101 लोगों की जान गई और 239 घायल हुए। यदि वर्ष 2017 की बात करते है तो औसत हर माह 1435 के करीब था जबकि वर्ष हर माह औसतन अपराधों का ग्राफ 1660 के आसपास जा पहुंचा था। इस साल रोजाना दर्ज मामलों का ग्राफ 54 के रहा है।
 
 
वर्ष               दर्ज मामले 
 2014           17122 
2015            17221 
2016            17249,
2017            17799 
 2018           19594 
2019            19924
 2020           1828 
जनवरी 2021 में 1630