गड़बड़झाले : तीन साल बिना अनुमति दौड़ाई गाड़ी, ऑडिट रिपोर्ट में खुलासा

गड़बड़झाले : तीन साल बिना अनुमति दौड़ाई गाड़ी, ऑडिट रिपोर्ट में खुलासा
यंगवार्ता न्यूज़ - चंबा   13-08-2020
 
चंबा जिला में प्रशासनिक कार्यशैली में गड़बड़झाले लंबे वक्त से जारी हैं। कृषि उपज मंडी समिति चंबा में कई अनियमितताएं उजागर हुई हैं। समिति की एक अप्रैल 2015 से 31 मार्च 2018 के बीच की ऑडिट रिपोर्ट में कई खुलासे सार्वजनिक हुए हैं। इसे हिमाचल सरकार के एक विभाग की वेबसाइट पर सार्वजनिक किया गया।
 
इस रिपोर्ट के अनुसार एक गाड़ी को मंडी समिति के कार्यक्षेत्र से बाहर 7440 किलोमीटर दौड़ाया गया। इसकी अनुमति कृषि उत्पाद विपणन बोर्ड शिमला के प्रबंध निदेशक से नहीं ली गई, जबकि प्रबंध निदेशक की ओर से कार्यालय वाहन को मंडी समिति के अधिसूचित क्षेत्र से बाहर जाने पर प्रतिबंध था।
 
यह गाड़ी वर्ष 2015 से लेकर वर्ष 2017 के बीच तीन साल तक अनियमित दौड़ाई जाती रही। विशेष तो यह है कि गाड़ी की औसत प्रति माह आठ से साढ़े आठ किलोमीटर प्रति लीटर दर्शाई गई, जबकि गाड़ी की औसत का निर्धारण किसी तकनीकी अधिकारी से नहीं करवाया गया।
 
इस गाड़ी की ओर से की गई खपत को उचित ठहराने का मामला भी संदेहास्पद है। मंडी समिति की ओर से समिति की निधि को एक निजी बैंक में जमा करवाया गया, जबकि इसे सरकारी बैंक में जमा किया जाना था। सहकारी बैंक में निवेश किया जाना था। करोड़ों रुपये की राशि को निजी बैंक में जमा किया गया।
 
दुकानों के किराये की बकाया राशि 3.54 लाख वसूली के लिए शेष रखी गई। इससे संबंधित भी कई अनियमितताएं अपनाई गईं। मंडी समिति की ओर से अतिरिक्त आयकर के रूप में पिछले सालों में 54000 का आयकर भुगतान किया गया।
 
इस प्रकार मार्केट कमेटी प्रशासन की ओर से प्रबंध निदेशक से पूर्व अनुमति प्राप्त नहीं की गई। इस बारे में कोई कार्रवाई नहीं की गई।  विभिन्न व्यापारियों से मंडी शुल्क को भी देय तिथि पर नहीं वसूला गया। मंडी समिति को ब्याज के रूप में संभावित हानि हुई।