यंगवार्ता न्यूज़ - पांवटा साहिब 11-07-2023
पिछले 3 दिनों से जिला सिरमौर के पांवटा साहिब के राजबन के समीप गिरी नदी में टापू में फंसे 5 मजदूरों को आखिरकार जिला प्रशासन ने रेस्क्यू कर लिया है। दोपहर बाद भारतीय सेना के फर्स्ट पैरा नाहन हेलीकॉप्टर ने पांचों ही श्रमिकों को कुशल रेस्क्यू किया है। जानकारी के मुताबिक पिछले 3 दिनों से गिरी नदी में आई भयंकर बाढ़ के चलते 5 मजदूरों में फंसे थे , जिसको लेकर जिला प्रशासन लगातार नजर बनाए हुए थे।
पिछले कल एसडीआरएफ और एनडीआरएफ के जवानों ने भी काफी मशक्कत की , लेकिन नदी का बहाव तेज होने के चलते मजदूरों को रेस्क्यू नहीं किया जा सका। मंगलवार सुबह एनडीआरएफ ने राफ्टर के माध्यम से मजदूरों को रेस्क्यू करने का प्रयास किया गया , लेकिन सफल नहीं हुए दोपहर बाद सेना के हेलीकॉप्टर ने सभी मजदूरों को सुरक्षित निकाल लिया।
मजेदार बात तो यह है कि तीन दिनों से गिरी नदी के टापू में यह लोग फंसे हुए थे , लेकिन सरकार का कोई भी प्रतिनिधि मौके पर नहीं पहुंचा। मंगलवार दोपहर बाद भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डा. राजीव बिंदल , स्थानीय विधायक सुखराम चौधरी और शिलाई के पूर्व विधायक बलदेव तोमर ने घटनास्थल का दौरा किया और हालत का जायजा लिया।
इसी दौरान सेना के हेलीकॉप्टर द्वारा मजदूरों को रेस्क्यू किया गया है। हैरानी तो इस बात की है कि हिमाचल प्रदेश सरकार का कोई भी प्रतिनिधि मौके पर नहीं पहुंचा। जिला से संबंध रखने वाले उद्योग मंत्री हर्षवर्धन चौहान भी पिछले 4 दिनों से नदारद है।
इतना जरूर है कि पिछले कल उद्योग मंत्री का बयान आया कि सरकार और प्रशासन जनता के साथ है , लेकिन सरकार का कोई भी प्रतिनिधि ऐसे मौके पर नजर नहीं आया। उधर डीसी सिरमौर सुमित खिमटा ने बताया कि सेना के हेलीकॉप्टर के द्वारा पांचों मजदूरों को रेस्क्यू किया गया है , सभी सुरक्षित है।