डिमार्केशन के लिए पहुंचे राजस्व अधिकारियों के खिलाफ नारेबाजी , लोगों ने लगाए गंभीर आरोप 

डिमार्केशन के लिए पहुंचे राजस्व अधिकारियों के खिलाफ नारेबाजी , लोगों ने लगाए गंभीर आरोप 

 

अंकिता नेगी -  पांवटा साहिब  23-04-2022

पांवटा साहिब के सूर्या कॉलोनी में डिमार्केशन के लिए पहुंचे राजस्व अधिकारियों के खिलाफ स्थानीय लोगों ने जमकर नारेबाजी की। मामला उस वक्त तूल पकड़ गया जब राजस्व अधिकारी कानूनगो और पटवारी जमीन पैमाइश के लिए वार्ड नंबर 6 सूर्या कॉलोनी पहुंचे। गौर हो कि शिक्षा विभाग और वन विभाग में कार्यरत कुछ अधिकारियों ने यहां पर जमीनें खरीदी थी , जिन की पैमाइश करवाई गई तो आधी सरकारी सड़क उनकी जमीन में आ गई। 

 

वहीं जब राजस्व विभाग ने सड़क पर निशानदेही करनी चाही तो आसपास के लोग भड़क उठे और जमकर राजस्व विभाग की अधिकारी कानूनगो और पटवारी के खिलाफ गो बैक के नारे लगाए। बड़े पद और दौलत शौहरत की चादर ओढ़कर सड़क को भी नही छोड़ा जा रहा है, वहीं आमआदमी की बात आती है तो हाइकोर्ट तक मामला पहुंच जाता है ,लेकिन इस वक्त सभी कोठी बनाने को तैयार बैठे हैं। स्थानीय लोगों में सुशील तोमर, पवन राणा, सुनील चौधरी, मदन लाल सहित दर्जनों ग्रामीण मौके पर इकट्ठा हो गए ।

 

उन्होंने आरोप लगाया कि सरकारी विभागों में कार्यरत लोग भूमाफिया का काम कर रहे हैं। आईपीएच की 50 से 60 वर्षपुरानी नहर पर निशानदेही कर सरकारी जमीन को ही भू माफिया कब्जाने के लिए तैयार है और इसमें राजस्व विभाग के अधिकारी पैसे खा कर उनके लिए काम कर रहे हैं। 

 

वहीं मौके पर राजस्व विभाग से पैमाइश करने के लिए आई कानूनगो और पटवारी ने बताया कि बंदोबस्त रिकॉर्ड के अनुसार सिंचाई नहर गलत जगह बनाई गई है उनके कागजों के अनुसार नहर वहां से कुछ दूरी पर है ऐसे में सवाल यह खड़ा होता है कि 50 वर्षों से जो नहर हजारों बीघा खेतों को सींच रही है आज अचानक गलत जगह पर कैसे हो गई। 

 

अगर देखा जाए तो कुछ वर्षों पहले बंदोबस्त की टीम द्वारा जमीनों की पैमाइश की गई थी कहीं ना कहीं उनके द्वारा कोई बड़ी गलती हुई है जिसका खामियाजा लोगों को भुगतना पड़ रहा है,लेकिन आम लोग ही अपनी हक की आवज उठा रहे हैं,न तो कोई राजनीतिक नुमाइंदा इनकी ओर है,न ही कोई दौलत शोहरत का बोस।