दयाल प्यारी की लंबी छलांग : हिमाचल कांग्रेस चुनाव प्रचार समिति में जगह बनाने में कामयाब
दिल्ली के रास्ते भाजपा छोड़ कांग्रेस में आई दयाल प्यारी ने पच्छाद कांग्रेस में खलबली
उप चुनाव के लिए गठित प्रचार कमेटी में मुसाफिर के साथ 35 बड़े नेताओं में दयाल प्यारी भी शामिल
यंगवार्ता न्यूज़ - राजगढ़ 07-10-2021
दिल्ली के रास्ते भाजपा छोड़ कांग्रेस में आई दयाल प्यारी ने पच्छाद कांग्रेस में खलबली मचा रखी है। स्थानीय नेताओं के लाख विरोध के बावजूद पार्टी में वह ओर अधिक मजबूत होती जा रही हैं।
कांग्रेस में शामिल होने के अगले ही दिन हाईकमान ने उन्हें सोलन नगर निगम चुनाव प्रचार में उतार दिया था , लेकिन इस बार तो उन्हें प्रदेश में होने वाले उप चुनाव की शीर्ष टीम में जगह दी गई है।
उनका नाम उन 35 शीर्ष नेताओं की सूची में शामिल किया गया है जो चुनाव प्रचार की बागडोर संभालेंगे। पूर्व विधायक गंगूराम मुसाफिर भी इस सूची में शामिल हैं। दयाल प्यारी तेजतर्रार नेत्री हैं जो भाजपा में होते हुए जिला परिषद सिरमौर की अध्यक्ष रही।
भाजपा से टिकट न मिलने पर उप चुनाव में उन्होंने बागी के तौर पर निर्दलीय विधानसभा का चुनाव लड़ा था। इसके बाद वह दिल्ली जाकर कांग्रेस में शामिल हो गई। उन्हें पार्टी हाई कमान की पहली पसंद माना जा रहा है जो दयाल प्यारी में पच्छाद का भविष्य देख रहा है। यही वजह है कि उन्हें पच्छाद से गंगूराम मुसाफिर के विकल्प के तौर पर देखा जा रहा है।
आगामी विधानसभा चुनाव के लिए वह हाईकमान की पहली पसंद हो सकती हैं। यही कारण है कि कांग्रेस में उनकी एंट्री सीधे दिल्ली से हुई और अब प्रदेश प्रभारी का उन्हें चुनाव प्रचार समिति में शामिल करना इस बात का सीधा संकेत है। हालांकि पूर्व विधायक गंगूराम मुसाफिर व उनके समर्थकों को दयाल प्यारी की कांग्रेस में एंट्री रास नहीं आ रही है।
पहले दिन से ही दोनों में नाराजगी की तलवारें खिंची है। उन पर अनुशासनहीनता सहित कई तरह के आरोप लगाए जा रहे हैं। बहरहाल दयाल प्यारी की कांग्रेस में एंट्री और उसके बाद सक्रियता को लेकर पच्छाद कांग्रेस सकते में आती प्रतीत हो रही है। स्थानीय नेताओं में मचा यह घमासान आसानी से थमने वाला नहीं है।
उप चुनाव के लिए कांग्रेस द्वारा गठित प्रचार कमेटी
इसमें कुलदीप सिंह राठौर, मुकेश अग्निहोत्री, पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष विप्लव ठाकुर सहित विधायक रामलाल ठाकुर, इंद्र दत्त लखनपाल, कुलदीप कुमार, हर्षवर्धन चौहान, सुधीर शर्मा, राजेश धर्माणी, हर्ष महाजन, गंगू राम मुसाफिर, लखविंदर सिंह राणा, जगत सिंह नेगी, चंद्र कुमार, अनिरुद्ध सिंह, रजनीश किमटा, सुंदर सिंह ठाकुर, विनय कुमार, नंद लाल, सतपाल रायजादा, मोहन लाल ब्राक्टा, रघुवीर सिंह बाली, रंगीला राम राव, आशीष बुटेल, अनीता वर्मा, पवन कुमार काजल, राजेंद्र जार, दवेंद्र सिंह जग्गी, दयाल प्यारी, जैनब चंदेल, निगम भंडारी, छत्र सिंह, यादवेंद्र गोमा, यदोपति ठाकुर, हरदीप बावा, अनुराग शर्मा और मनीष ठाकुर को शामिल किया गया है। राठौर ने कहा है कि भाजपा ने दावेदारों के टिकट बदलकर हार मान ली है।