भाजपा का मास्टर स्ट्रोक : परिवारवाद को खत्म कर चुनावी समर में उतारे नए चेहरे
हिमाचल में उपचुनाव के लिए भाजपा ने मास्टर स्ट्रोक खेला है। भारतीय जनता पार्टी में एक बार फिर परिवार वाद को तिलांजलि देते हुए ऐसे चेहरों पर दाव खेला
भारी विरोध के बाद भी ब्रिगेडियर खुशाल, नीलम, बलदेव व रत्नपाल को बनाया प्रत्याशी
यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 07-10-2021
हिमाचल में उपचुनाव के लिए भाजपा ने मास्टर स्ट्रोक खेला है। भारतीय जनता पार्टी में एक बार फिर परिवार वाद को तिलांजलि देते हुए ऐसे चेहरों पर दाव खेला है , जिसके परिवार से अन्य कोई राजनीति में नहीं है। भाजपा ने लंबे मंथन के बाद आखिर टिकटों को फाइनल कर ही दिया।
दिल्ली में पार्टी के संसदीय बोर्ड की बैठक में मंडी संसदीय क्षेत्र से ब्रिगेडियर खुशाल को प्रत्याशी बनाया है। पार्टी ने इन्हें प्रत्याशी बना कर मंडी व कुल्लू दोनों ही जिलों में सेंधमारी करते हुए पूर्व सैनिकों के वोटों को भी निशाना बनाने की कोशिश की है। यहां से कई प्रत्याशियों के नाम चल रहे थे, लेकिन पार्टी ने अंत में इन पर ही विश्वास जताया।
इसी तरह से पार्टी ने फतेहपुर से भी विरोध को खत्म करते हुए बलदेव ठाकुर को प्रत्याशी बनाकर चुनावी मैदान में उतारा है। पार्टी ने बाहरी के नाम से हो रहे विरोध के चलते वरिष्ठ नेता कृपाल परमार को भी टिकट की दौड़ से बाहर कर दिया। यहां से भी जिला परिषद सदस्य को चुनावी समर में उतारा है।
भाजपा ने जुब्बल कोटखाई में सबसे बड़ा फैसला लेते हुए पूर्व मंत्री नरेंद्र बरागटा के टिकट के दावे को नकारते हुए परिवारवाद की राजनीति को खत्म करने का साफ संदेश देने का प्रयास किया है।
भाजपा ने यहां से पूर्व जिला परिषद सदस्य नीलम सरैईक पर विश्वास जताते हुए परिवारवाद की राजनीति के खिलाफ फैसला लिया है।
पार्टी ने साफ संदेश दिया है कि किसी भी हालत में परिवारवाद की राजनीति को स्वीकार नहीं किया जाएगा। अर्की में पार्टी ने बिना किसी बदलाव के पहले की तरह ही 2017 से प्रत्याशी रत्नपाल को पार्टी का प्रत्याशी बनाया है।
हालांकि यहां से पार्टी के पूर्व विधायक गोविंद राम शर्मा टिकट की मांग कर रहे थे, लेकिन पार्टी की ओर से उनके आवेदन को नजरअंदाज करते हुए रत्नपाल को ही पार्टी का अर्की सीट से प्रत्याशी घोषित किया है।