यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 06-01-2022
भले देश भर के कांग्रेस नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का रास्ता रोकने के मामले में पंजाब सरकार के पक्ष में हो लेकिन शिमला से कांग्रेस विधायक विक्रमादित्य सिंह ने पंजाब सरकार को आड़े हाथ लिया है।
विधायक ने सुरक्षा चूक को लेकर पंजाब सरकार से जांच की मांग की है। सोशल मीडिया में जारी बयान में उन्होंने दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की वकालत भी की है। एक बार फिर कांग्रेस संगठन से अलग राय देकर विक्रमादित्य ने राजनीतिक सरगर्मियां बढ़ा दी हैं।
उन्होंने एक फेसबुक पोस्ट में लिखा है कि वैसे तो पंजाब सरकार पर टिप्पणी करना हमारे कार्य अधिकार से अलग है, लेकिन बीते रोज जो घटनाक्रम हुए हैं, वह बहुत चिंताजनक हैं। इसकी पंजाब सरकार को तुरंत जांच करवानी चाहिए। जिन अधिकारियों की ओर से इसमें कमी पाई गई है, उन पर तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए। एसपीजी पीएम के अंदर के सुरक्षा घेरे का ख्याल रखता है। जिस भी राज्य या देश में वह जाते हैं, बाहर का सुरक्षा घेरा उस राज्य और देश की सुरक्षा एजेंसियां देती हैं।
जो तर्क दिया गया है कि प्रधानमंत्री का हेलिकॉप्टर से सभा स्थल तक पहुंचने का कार्यक्रम था, इसलिए यातायात का इंतजाम पूर्ण रूप से नहीं किया गया था, ठीक नहीं है। उन्होंने लिखा कि हम जानते हैं जब इस स्तर का वीवीआईपी का कार्यक्रम होता है तो वैकल्पिक रूट भी तत्कालीन परिस्थिति में निष्क्रमण के लिए रखे जाते हैं।
कांग्रेस शासित राज्य होने के चलते प्रशासन को इस चीज का और ध्यान रखना चाहिए था कि इस तरह की कोई चूक प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में न हो। अब चूक हुई है तो कार्रवाई भी निश्चित तौर से होनी चाहिए। उन्होंने अंत में लिखा कि इस घटनाक्रम को राजनीतिक दृष्टिकोण से देखने की कोई आवश्यकता नहीं है।
बता दें कि इससे पूर्व सवर्ण आयोग के गठन को लेकर भी विधायक विक्रमादित्य सिंह बयान दे चुके हैं। अब पंजाब सरकार को घेर कर उन्होंने कांग्रेस को मुश्किल में डाल दिया है।