प्रदेश में दोगुना गेहूं का बीज तैयार करेगा कृषि विभाग : डा. कौशिक
यंगवार्ता न्यूज़ - सोलन 15-10-2020
इस वर्ष कृषि विभाग हिमाचल में अपना गेहूं का बीज तैयार करेगा। विभाग ने गेहूं बीज तैयार करने वाले क्षेत्रों में एरिया को दो गुना कर दिया है। विभाग का मानना है कि हिमाचल में जो बीज तैयार होगा, उसकी गुणवत्ता अच्छी होगी। यह विभाग को सस्ता भी पड़ेगा।
बाहरी राज्यों से आने वाली बीज पर भाड़ा लगता है। उसकी गुणवत्ता भी कई बार मानकों पर सही नहीं उतरती है। किसान अपना बीज तैयार करेंगे तो बाजार के मूल्य से पांच से दस रुपये अधिक दाम पर विभाग वापस भी खरीदेगा। कृषि विभाग नालागढ़ में पहले चार सौ हेक्टेयर जमीन पर गेहूं बीज उगाया जाता था।
इस वर्ष इसका क्षेत्र बढ़ाकर 800 हेक्टेयर कर दिया है। सिरमौर , कांगड़ा, ऊना, हमीरपुर व बिलासपुर में विभाग ने गेहूं बीज उत्पादन क्षेत्र दो गुना कर दिया है। नालागढ़ क्षेत्र में किसान जो बीज तैयार करता है, उससे सोलन जिले की बीज की आपूर्ति पूरा करने के बाद दूसरे जिलों को भी सप्लाई की जाती है। विभाग अपने कृषि फार्म पर ब्रीडर बीज तैयार करता है तथा किसानों को फाउंडेशन बीज देती है।
फाउंडेशन बीज से सर्टिफाइड बीज तैयार किया जाता है, जिसे किसान खाने के लिए उगाते हैं। जिला कृषि विभाग ने नालागढ़ क्षेत्र से 20 हजार क्विंटल बीज तैयार करने का लक्ष्य रखा है। वर्तमान में विभाग के पास 9 हजार चार सौ क्विंटल फाउंडेशन बीज है, जबकि 90 क्विंटल ब्रीडर बीज तैयार है। फाउंडेशन बीज प्रगतिशील किसानों को लगाने के लिए दिया जाएगा। ब्रीडर बीज विभाग अपने मझौली स्थित फार्म में लगाएगा।
मझौली फार्म पर विभाग ने सीड ग्रीडिंग यूनिट को भी बड़ा करने का फैसला लिया है। अभी तक यह यूनिट दो टन गेहूं प्रति घंटा ग्रीडिंग करता है, जबकि विभाग इसका विस्तार कर 45 क्विंटल प्रति घंटा करने जा रहा है।
उधर, कृषि विभाग के उपनिदेशक डॉ. राजेश कौशिक ने बताया कि विभाग ने इस वर्ष गेहूं बीज तैयार करने का एरिया बढ़ा दिया है। बाहर से आने वाला बीज मंहगा होता है। गुणवत्ता का भी अभाव रहता है। नालागढ़ की मिट्टी बीज तैयार करने को काफी उपयोगी है। विभाग के पास गेहूं बीज की कोई कमी नहीं है। उनके पास उन्नत किस्म का बीज है। हर बीज पर 15 से 20 रुपये छूट दी जा रही है।