यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 21-10-2020
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कुलदीप राठौर ने कहा कि मंत्रियों और अफसरशाही में कोई तालमेल नहीं है। सरकार अफसरों को ताश के पत्तों की तरह फेंट रही है। जो अधिकारी काम करने वाले हैं, उन्हें नजरअंदाज किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की भी प्रशासन पर पकड़ कमजोर होती जा रही है। बुधवार को पत्रकारों से बातचीत में कुलदीप राठौर ने कहा कि चुनाव आयोग ने नगर निकाय की चुनाव प्रक्रिया के दौरान उपायुक्तों के तबादले न करने को कहा था।
बावजूद इसके आधी रात को इन आदेशों को दरकिनार कर सरकार ने डीसी बदल डाले। इस आदेश से साफ है कि सरकार चुनाव आयोग को गंभीरता से नहीं लेती। कहा कि कोरोना काल में सरकार से समाज का हर वर्ग दुखी है।
किसान, बागवान, कारोबारी और आम नागरिक किसी को भी सरकार ने राहत नहीं दी। उन्होंने सरकार से पूछा कि प्रधानमंत्री केयर फंड और मुख्यमंत्री राहत कोष में कितना धन इकट्ठा हुआ। उसे कहां खर्च किया गया? एक प्रश्न के उत्तर में राठौर बोले - कांग्रेस को प्रदेश में भाजपा के पांच सितारा कार्यालय बनाने पर कोई आपत्ति नहीं है।
दुख इस बात का है कि कोविड काल में लोगों की कोई मदद नहीं की। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और वित्त राज्य मंत्री भी हिमाचल से हैं। इन नेताओं ने भी कोई मदद प्रदेश की नहीं की।
प्रधानमंत्री के समक्ष प्रदेश हित की कोई भी मांग नहीं रख सके हैं। बेहतर होता भाजपा नेता कोरोना काल में लोगों की आर्थिक मदद करते। राठौर ने विवि में एनएसयूआई कार्यकर्ताओं के साथ दुर्व्यवहार की निंदा की। उन्होंने कहा कि भाजपा ने विश्वविद्यालय को राजनीति का अखाड़ा बना दिया है। छात्रों की मांगों को तुरंत माना जाए।