मंडी में अब 15 दिसंबर से शुरू होगा कृत्रिम अंग प्रत्यारोपण शिविर सक्षम कैंप

चार जिले के दिव्यांगजनों को मिलेगी सुविधा, सभी जरूरतमंद लोगों को निशुल्क लगाए जाएंगे कृत्रिम अंग

मंडी में अब 15 दिसंबर से शुरू होगा कृत्रिम अंग प्रत्यारोपण शिविर सक्षम कैंप
चार जिले के दिव्यांगजनों को मिलेगी सुविधा, सभी जरूरतमंद लोगों को निशुल्क लगाए जाएंगे कृत्रिम अंग

यंगवार्ता न्यूज़ - मंडी  13-12-2021
 
मंडी में दिव्यांगजनों के लिए लगने वाला कृत्रिम अंग प्रत्यारोपण शिविर सक्षम कैंप 15 दिसंबर से शुरू होगा। मंडी के जिला कल्याण अधिकारी आरसी बंसल ने बताया कि सक्षम कैंप मंडी के व्यास सदन भ्यूली में 15 से 19 दिसंबर तक लगाया जाएगा।
 
यह शिविर उन दिव्यांगजनों के लिए लगाया जा रहा है उन्होंने किसी कारण से अपनी टांग या बाजू खोया है। आरसी बंसल ने बताया कि मंडी में ये कैंप पहले 13 दिसंबर से लगना था, लेकिन कांगड़ा में लगाए गए कैंप में पंजीकृत लोगों से अधिक संख्या में लोगों के आने के चलते वहां कैंप दो दिन ज्यादा चला और कैंप आयोजन समिति वहां व्यस्त रही।
 
इसके चलते मंडी में भी कैंप के शुभारंभ को दो दिन आगे बढ़ाया गया है। अब ये 15 दिसंबर से शुरू होगा। उन्होंने कहा कि कि प्रदेश के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग द्वारा भगवान महावीर विकलांग सहायता समिति जयपुर (जयपुर फुट) के सहयोग से लगाए जा रहे इस शिविर में मंडी, लाहौल स्पीति, कुल्लू और बिलासपुर जिले के लोगों को बड़ी सुविधा मिलेगी।
 
शिविर में सभी जरूरतमंद लोगों को निशुल्क कृत्रिम अंग लगाए जाएंगे। आरसी बंसल ने बताया कि शिविर में 15 दिसंबर को लाहौल स्पीति और कुल्लू, 16 दिसंबर को बिलासपुर और 17 एवं 18 दिसंबर को मंडी जिले के दिव्यांगजनों का निशुल्क कृत्रिम अंग प्रत्यारोपण किया जाएगा।
 
वहीं, किसी कारणवश कैंप की सुविधा लेने से छूट गए उपरोक्त चारों जिले के दिव्यांगजनों के लिए 19 दिसंबर का दिन रिजर्व रखा गया है। शिविर में अंग प्रत्यारोपण का समय प्रातः 9 बजे से सायं 3 बजे तक रहेगा।
 
आरसी बंसल ने बताया कि जरूरतमंद व्यक्ति संबंधित तहसील कल्याण अधिकारी कार्यालय अथवा जिला कल्याण अधिकारी कार्यालय में संपर्क कर शिविर में भाग लेने के लिए अपना नाम लिखवा सकते हैं और कृत्रिम अंग प्रत्यारोपण सुविधा का लाभ ले सकते हैं।
 
लोग जिला कल्याण अधिकारी कार्यालय मंडी के दूरभाष नंबर 01905-222196 पर कॉल करके भी शिविर के लिए अपना पंजीकरण करवा सकते हैं। वहीं कर्मचारी अपने कार्यालय प्रमुखों और स्कूली बच्चे अपने प्रधानाचार्यों से भी इसे लेकर जानकारी ले सकते हैं।