मृतक के परिजनों को मिलेगा उचित मुआवजा, एनएच में हुए भूस्खलन में कंपनी की कमियां नहीं आई सामने
गत दिनों नेशनल हाईवे 707 पर मिनस के समीप हुए भूस्खलन में तीन लोगों की जान गई थी, अगर टैक्सी चालक द्वारा संयम बरता होता तो दो अन्य लोग बेमौत ना मारे जाते।
यंगवार्ता न्यूज़ - शिलाई 20-01-2022
गत दिनों नेशनल हाईवे 707 पर मिनस के समीप हुए भूस्खलन में तीन लोगों की जान गई थी, अगर टैक्सी चालक द्वारा संयम बरता होता तो दो अन्य लोग बेमौत ना मारे जाते। बताते हैं कि नेशनल हाईवे का निर्माण कर रही धतरवाल कंस्ट्रक्शन कंपनी द्वारा मिनस के समीप सड़क को यातायात के लिए कुछ समय के लिए बंद कर रखा था, क्योंकि निर्माण कार्य चल रहा था इस दौरान उत्तराखंड के एक टैक्सी चालक और साइट पर मौजूद कंपनी के कर्मचारियों के साथ भी कहासुनी हुई और टैक्सी चालक गाड़ी को आगे निकालने की जिद करने लगा।
जैसे ही टैक्सी चालक आगे निकला तो चालक को रोकने के लिए कंपनी के कर्मचारी दौड़े लेकिन इससे पहले कि वह टैक्सी चालक को रोक पाते इसी बीच बड़ा भूस्खलन हो गया और वह भी इसकी चपेट में आ गए जिसके चलते तीन लोगों की मौत हो गई है। भले ही प्रशासन द्वारा इस प्रकरण में मामला दर्ज हुआ है लेकिन अभी जांच मुकम्मल नहीं हुई है प्रशासन का कहना है कि पुलिस इस मामले की जांच कर रही है।
गौर हो कि एनएच 707 का कार्य श्रीक्यारी से लेकर गुमा तक धतरवाल कंपनी द्वारा किया जा रहा है। बताते हैं कि धतरवाल कंस्ट्रक्शन कंपनी द्वारा नियमों के तहत ही कार्य किया जा रहा है। इस बारे में एसडीएम शिलाई सुरेश सिंघा ने बताया कि मामले की जांच चल रही है। उन्होंने कहा कि अभी यह कहना बेमानी होगा कि इस मामले में निर्माणाधीन कंपनी धत्तरवाल की गलती है या फिर यह प्राकृतिक आपदा है जांच के बाद ही साफ हो पाएगा। निर्माण करने वाली कम्पनी के लिए राहत भरी खबर यह है कि अभी तक कम्पनी को जिम्मेदार नहीं ठहराया गया।
भूस्खलन की चपेट में आए तीन मृतकों के परिजनों के लिए मुआवजे को लेकर जरूरी कार्रवाई कम्पनी व प्रशासन दोनों की तरफ से अमल में लाई गई है, मृतकों के परिजनों को राहत देने के लिए कम्पनी व प्रशासन की त्वरित कार्रवाई से मृतक के परिजनों को जल्द राहत मिलने के आसार है।
सोमबार सुबह भी धतरवाल कम्पनी की तमाम मशीनरी सड़क पर गिरे मलबे को हटाने में लगी हुई थी, साथ ही पहाड़ी से हल्के हल्के पत्थर गिर रहे थे, मार्ग को दोनों तरफ वाहनों की आवाजाही के लिए बंद किया गया था, उसी समय टेक्सी चालक जो उतराखंड के हटाल गाव का रहने वाला था, मौका पर पंहुचा, अपनी गाडी साइड करके मौका पर डीसी कम्पनी के कर्मचारियों से सड़क खोलने को लेकर बहस करने लगा, कम्पनी के कर्मचारी उसे आगे जाने से रोक रहे थे, उसी समय पहाड़ी से बड़ी चट्टान गिरी और टैक्सी चालक को बचाने के चलते तीन लोग अपनी जान गवा बेठे।
कम्पनी ने पहले ही वाहनों को रोक दिया था, प्रशासनिक जाँच ने गलत अफवाओं से पर्दा गिरा दिया है, भूस्खलन के दौरान कम्पनी की लापरवाही सामने नही आई है, यदि टैक्सी चालक आगे न जाते तो बड़ा हादसा टल सकता था। सरकार ने मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख रुपये मुआवजा देने की बात कही है, जबकि धतरवाल कम्पनी ने अपने दोनों कर्मचारियों को सरकारी नियमानुसार मुआवजा देने का वादा परिजनों से किया है।
इस बारे में धतरवाल कंस्ट्रक्शन कंपनी के निदेशक नरेंद्र धतरवाल ने बताया कि इस आपदा में मारे गए कंपनी के दोनों कर्मचारियों को नियमानुसार क्लेम दिया जायेगा। उन्होंने कहा की दोनों कर्मचारियों का कम्पनी की और से बीमा किया हुआ है जिसके तहत मृतक के परिजनों को उचित मुआवजा मिलेगा।