मनरेगा के तहत सोलर लिफ्टिंग सिंचाई प्लांट बनाने वाली देश की पहली ग्राम पंचायत बनी सेरी
यंगवार्ता न्यूज़ - मंडी 21-02-2021
हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले के विकास खंड गोहर की ग्राम पंचायत सेरी मनरेगा के तहत सोलर लिफ्टिंग सिंचाई प्लांट बनाने वाली देश की पहली पंचायत बन गई है। इस पंचायत ने जल संरक्षण के साथ-साथ कृषि क्षेत्र और ढांचागत विकास कार्य करके प्रगति की इबारत लिखी है।
सेरी क्षेत्र में पानी के प्राकृतिक स्रोतों की भारी कमी है। इस कमी को पूरा करने के लिए सेरी पंचायत ने तीन वर्षों में मनरेगा के तहत 13 और वाटरशेड योजना के तहत तीन चेकडैम बनाकर करीब 17 लाख लीटर पानी का संग्रहण किया है। खंड विकास अधिकारी गोहर निशांत शर्मा ने इसकी पुष्टि की है।
उन्होंने बताया कि पंचायत ने वर्षा जल संग्रहण के लिए 76 टैंक, जबकि 25 अन्य सिंचाई टैंकों का निर्माण किया है। आठ बावड़ियों की मरम्मत कर पारंपरिक जल स्रोतों को भी सहेजा।
मनरेगा से सोलर लिफ्ट योजना की शुरुआत कर बटेड़ा गांव के 50 परिवारों की लगभग 123 बीघा जमीन के लिए सिंचाई सुविधा भी उपलब्ध करवाई है। इस पर कुल 12 लाख रुपये की राशि व्यय हुई।
इस राशि को चेकडैम, टैंक, सोलर लिफ्ट और पाइपों की खराद व निर्माण पर खर्च किया गया है। खेतों तक पानी पहुंचाने के लिए छह गांवों में नालियों का निर्माण कराया है।
उल्लेखनीय है कि ग्राम पंचायत ने लगभग 14 किलोमीटर सड़कों का निर्माण किया है। छह किलोमीटर सड़क कंक्रीट से तैयार की गई। सड़कों के किनारे वर्षाशालिकाएं भी बनाई गई हैं।
बच्चों के लिए वरिष्ठ माध्यमिक और प्राथमिक विद्यालयों में मनरेगा के तहत खेल मैदानों और स्टेडियम का निर्माण किया गया। किचन शेड निर्माण से मिड-डे मील योजना को भी संबल प्रदान किया।
चतुर्भुजा माता मंदिर और कामेश्वर मंदिर के पास बहुउद्देशीय भवन बनाए। पंचायत के लिए शानदार भवन और भारत निर्माण सेवा केंद्र का निर्माण भी किया गया। पारदर्शिता के प्रयास के तहत हर कार्य की अलग फाइल तैयार की है।
गोहर विकास खंड की सेरी पंचायत में देश का पहला मनरेगा सोलर लिफ्टिंग प्लांट बनाया गया है। बीडीओ गोहर निशांत शर्मा और उपायुक्त मंडी ऋग्वेद ठाकुर समेत पंचायती राज विभाग के अधिकारियों की सोच और सहयोग से यह संभव हो पाया है।- मुकेश चंदेल, पूर्व प्रधान, सेरी पंचायत
मनरेगा के तहत सेरी पंचायत में देश का पहला सोलर लिफ्टिंग सिंचाई प्लांट अन्य पंचायतों के लिए प्रेरणा है। ऐसे कार्यों से गांव-गांव के विकास की पहचान होती है। भारती चंदेल, प्रधान, सेरी पंचायत