वन मंत्री ने डलहौजी क्षेत्र के लाभार्थियों के साथ की वर्चुअल रैली
यंगवार्ता न्यूज़ - चंबा 23-08-2020
वन मंत्री राकेश पठानिया ने आज चंबा जिला के डलहौजी क्षेत्र के विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों के साथ वर्चुअल रैली की। उन्होंने योजनाओं के लाभार्थियों के साथ संवाद भी कायम किया। इस दौरान जिला मार्केट कमेटी के अध्यक्ष डीएस ठाकुर भी वर्चुअल रैली के साथ जुड़े रहे।
डीएस ठाकुर ने केंद्र और राज्य सरकार द्वारा विभिन्न क्षेत्रों के लिए शुरू की गई महत्वाकांक्षी और ऐतिहासिक योजनाओं के लिए आभार जताते हुए कहा कि इन योजनाओं का सीधा लाभ लाभार्थियों को मिला है। यही वजह है कि डलहौजी विधानसभा क्षेत्र के लोगों ने योजनाओं के साथ जुड़कर अपनी आर्थिकी को मजबूत बनाने में कामयाबी हासिल की है।
वन मंत्री ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं और स्कीमों के माध्यम से प्रत्येक वर्ग का आर्थिक उत्थान सुनिश्चित हुआ है। सरकार की कल्याणकारी योजनाओं में भी आमजन को बहुत बड़ी राहत देने का काम किया है।
वन मंत्री ने बताया कि डलहौजी क्षेत्र में गत ढाई वर्षों के दौरान प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण के तहत 767 लाभार्थियों को गृह निर्माण के लिए डेढ़- डेढ़ लाख रुपए की सहायता राशि दी जा चुकी है। जबकि मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत भी 220 लाभार्थियों को लाभान्वित किया गया।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना में इस क्षेत्र के 6323 किसानों को प्रति वर्ष 6 हजार की सम्मान राशि दी जा रही है। उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार की उज्जवला योजना का लाभ जहां 898 परिवारों को प्राप्त हुआ वहीं राज्य सरकार द्वारा शुरू की गई गृहिणी सुविधा योजना के तहत भी 3893 गृहिणियों को मुफ्त रसोई गैस कनेक्शन की सुविधा प्राप्त हुई है।
इसी तरह कामगार कल्याण के साथ भी इस अवधि में 690 कामगारों को पंजीकृत किया गया और उन्हें 2-2 हजार का अतिरिक्त भत्ता दिया गया। जल जीवन मिशन का जिक्र करते हुए उन्होंने बताया कि जल जीवन मिशन के तहत क्षेत्र के 3527 घरों को पेयजल की सुविधा मुहैया की गई।
आयुष्मान भारत और हिम केयर योजनाओं के लाभ के लिए डलहौजी क्षेत्र में कुल 1101 परिवारों ने पंजीकरण करवाया। कृषि के क्षेत्र में प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना का लाभ भी किसानों को प्राप्त हुआ है और अब तक 225 किसानों को वित्तीय सहायता प्रदान की गई। वन मंत्री ने कहा कि विभागीय अधिकारियों की जिम्मेदारी योजनाओं के लाभ को पात्र लोगों तक पहुंचाना है।