सरकार के अथक प्रयासों से हिमाचल बना देश का पहला धुंआ रहित राज्य : अनुराग ठाकुर
यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 08-07-2020
केंद्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट अफ़ेयर्स राज्यमंत्री अनुराग ठाकुर ने हिमाचल प्रदेश को शत प्रतिशत घरों को गैस कनेक्शन देने वाला देश के पहले राज्य बनने पर प्रसन्नता जताते हुए इसे केंद्र व राज्य सरकार के साझा प्रयासों का परिणाम बताते हुए इस उपलब्धि के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर समेत सभी प्रदेशवासियों को बधाई दी है।
अनुराग ठाकुर ने कहा कि स्वच्छ ईंधन बेहतर जीवन के नारे के साथ केंद्र सरकार ने 1 मई 2016 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नेतृत्व में एक सामाजिक कल्याण योजना - प्रधानमंत्री उज्जवला योजना की शुरूआत की थी। शुरुआत में 5 करोड़ महिलाओं को मुफ़्त गैस सिलेंडर देने की इस योजना की अपार सफलता को देखते हुए इसे बढ़ा कर 8 करोड़ कनेक्शन किया गया व तय समय से पहले लक्ष्य को प्राप्त करने में हमें सफलता मिली।हिमाचल प्रदेश को भी इस योजना का पूरा लाभ मिला व 1.36 लाख परिवारों को मुफ़्त गैस के सिलेंडर इस योजना के अंतर्गत मिले।
केंद्र व राज्य में भाजपा सरकार के डबल इंजन की बदौलत हिमाचल का समुचित विकास हुआ है।उज्ज्वला योजना में जिन लोगों को मुफ़्त गैस सिलेंडर नहीं मिल पाए उनके लिए प्रदेश सरकार ने हिमाचल गृहणी सुविधा योजना की शुरुआत की जिसके अंतर्गत 2.76 लाख मुफ़्त गैस कनेक्शन लोगों को बाँटे गए।
इन योजनाओं के समुचित क्रियान्वयन के चलते हिमाचल प्रदेश देश का पहला ऐसा राज्य बन गया है, जहां शत-प्रतिशत घरों में एलपीजी गैस कनेक्शन की सुविधा उपलब्ध है।इस उपलब्धि के लिए मैं प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी व मुख्यमंत्री श्री जयराम ठाकुर समेत सभी प्रदेशवासियों को बधाई देता हूँ।
अनुराग ठाकुर ने कहा कि कोरोना आपदा से लोगों को राहत देने व हिमाचल की ज़रूरतों को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार ने 48 लाख से ज़्यादा लोगों को 37000 मीट्रिक टन अनाज व दालें 2 लाख 60 हज़ार उज्ज्वला गैस के सिलेंडर उपलब्ध कराए हैं। ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं के लिए यह योजनाएँ वरदान बनी हैं।
अब उन्हें लकड़ी की तलाश में बाहर नहीं जाना पड़ता व इस से होने वाले धुंए से उन्हें निजात मिली है व अब उनका धुआँ जनित बीमारियों से बचाव होगा।हिमाचल प्रदेश के सभी घरों में एलपीजी सिलेंडर आ जाने से प्रदेश सरकार के वन संरक्षण कार्यक्रम को बल मिलेगा व पर्यावरण को साफ़ व सुरक्षित रखने में काफ़ी मदद मिलेगी।