एनआईटी हमीरपुर की वित्तीय अनियमितताओं को जांचेगा केंद्रीय दल, अधिकारियों में मचा हड़कंप
यंगवार्ता न्यूज़ - हमीरपुर 18-07-2020
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नालॉजी (एनआईटी) हमीरपुर में एसोसिएट प्रोफेसर और असिस्टेंट प्रोफेसर पदों पर हुई भर्तियों और उन्हें दिए गए अनुचित वित्तीय लाभ समेत संस्थान में चल रही अव्यवस्था का माहौल का पता लगाने मानव संसाधन विकास मंत्रालय दिल्ली से एक जांच दल 22 जुलाई को हमीरपुर आएगा।
यह टीम निवर्तमान निदेशक प्रो. विनोद यादव के कार्यकाल के दौरान विभिन्न पदों पर हुई भर्तियों और संस्थान के कर्मचारियों व अधिकारियों को दिए गए वित्तीय लाभ की पड़ताल करेगी। माना जा रहा है कि जिन अधिकारियों को अनुचित वित्तीय लाभ दिए गए हैं, उन पर तुरंत रोक लगाई जा सकती है।
अगर भर्ती प्रक्रिया में गड़बड़ी सामने आती है तो कइयों की स्थायी तौर पर छुट्टी हो जाएगी। एनआईटी हमीरपुर में बहुमंजिला भवन, प्रवेश द्वार, फुटपाथ समेत करोड़ों के निर्माण कार्य हुए हैं। लैब के लिए भी कई महंगे उपकरण खरीदे गए हैं। यह निर्माण कार्य और उपकरणों की खरीद भी जांच के दायरे में आएंगे।
मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने 14 जुलाई देर रात एनआईटी हमीरपुर के निदेशक प्रो विनोद यादव की प्रशासनिक और वित्तीय शक्तियां छीन कर उन्हें छुट्टी पर भेजा था। साथ ही नए आदेशों के तहत वीरवार को प्रो. ललित अवस्थी ने एनआईटी हमीरपुर के कार्यकारी निदेशक का पदभार ग्रहण किया।
निदेशक की कुर्सी पर नई नियुक्ति के तुरंत बाद रजिस्ट्रार, डीन अकादमिक और डीन फैकल्टी वेलफेयर को उनके पद से हटाकर संस्थान में आधा दर्जन असिस्टेंट रजिस्ट्रार के विभागों में बड़ा फेरबदल किया। इससे संस्थान की फैकल्टी और अन्य कर्मचारियों में हड़कंप है।
उधर, दिल्ली स्थित एनआईटी बोर्ड ऑफ गवर्नर प्रो. सी चंद्रशेखर ने कहा कि मानव संसाधन विकास मंत्रालय की ओर से गठित जांच टीम 22 जुलाई को हमीरपुर आ सकती है।