होमगार्ड जवानों ने सांसद सुरेश कश्यप को अपनी समस्यायों से करवाया अवगत 

होमगार्ड जवानों ने सांसद सुरेश कश्यप को अपनी समस्यायों से करवाया अवगत 

यंगवार्ता न्यूज़ - नाहन   08-09-2020

सिरमौर होमगार्ड एसोसिएशन का प्रतिनिधिमंडल अपनी मांगों को लेकर शिमला संसदीय क्षेत्र के सांसद एवं प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुरेश कश्यप से मिलकर अपना दुखड़ा सुनाया।

सिरमौर होमगार्ड एसोसिएशन के अध्यक्ष रमेश ठाकुर ने बताया की होमगार्ड के जवान हर प्रस्थिति में काम करते है। इसके बावजूद भी होमगार्डों को पूरे साल काम नहीं दिया जाता।

उन्होंने बताया की होमगार्ड के जवान बार-बार एक ही मांग को लेकर पिछले कई सालों से सरकार के समक्ष जाते रहे हैं।मगर अभी तक किसी भी सरकार ने होमगार्ड जवानों की समस्याओं को नहीं सुलझाया है।


जबकी हिमाचल में होमगार्ड जवानों की आथोराइसड सटेरन्थ आठ हजार के लगभग है मगर कुछ जवान अपनी सेवा काल पूरा करके सेवानिवृत्त हो चुके हैं।
अब मौजूदा हाल में 6200 या 6500 के लगभग ही ऑनरोल होमगार्ड जवान मौजूद हैं। 

अगर इन जवानों की ड्यूटी की बात की जाए तो 6500 में से पूरे प्रदेश में सिर्फ 1200 के लगभग ऐसे जवान हैं जो ब्रेक प्रथा के शिकार होकर बेरोजगार रहते हैं बाकी पांच हजार के लगभग होमगार्ड के जवान अपनी सेवाएं हिमाचल प्रदेश सरकार के अलग-अलग विभागों में अपनी सेवाएं दे रहे हैं।

हिमाचल के तमाम होमगार्ड पदाधिकारी अच्छी ड्यूटी करते भी हैं। यह बात किसी से छुपी नहीं है इसमें प्रदेश भर में इन जवानों की सेवाओं को प्रशासन व प्रदेश की जनता ने सराहा है व सम्मानित भी किया है।


जबकि यह कार्य यह सम्मान सरकार को होमगार्ड जवानों के लिए करना चाहिए था हिमाचल होमगार्ड का जवान हर वर्ग में अपनी सेवाएं देने के लिए सक्षम है। चाहे पुलिस की कानून व्यवस्था हो रात्रि गश्त हो ट्रैफिक कंट्रोल हो समंन तामिल, वारंट हो रक्षा से संबंधित प्रशिक्षण डिजास्टर संबंधी कोई समस्या हो हर प्रकार की सुरक्षा व्यवस्था कायम करने के लिए दिन रात सेवा देने के लिए होमगार्ड जवान अपने आप में सक्षम है।

यही नहीं सरकार इन सभी बात से होमगार्ड की सेवाओं से परिचित है मगर अभी तक क्यों होमगार्ड जवानों की समस्याओं का निराकरण करने में सरकार असफल रही है।

होमगार्ड एसोसिएशन के जिला अध्यक्ष का कहना है कि हिमाचल प्रदेश में 1968 में होमगार्ड का गठन हुआ था। लेकिन 50 साल से भी अधिक का समय हो चुका है कितने ही होमगार्ड जवान सेवानिवृत्त हुए कई जवान ड्यूटी के दौरान दुर्घटना के शिकार होकर अपने प्राण देश के लिए निछावर कर दिए मगर सरकार की तरफ से इन होमगार्ड के लिए ना तो पेंशन का प्रावधान हो सका और न ही अन्य कोई वित्तीय सहयोग सरकार की तरफ से हो सका है। जो कि बड़े दुख की बात है।

अतः सरकार से यह जवान अभी भी उम्मीद, आस लगाए हुए हैं कि सरकार कुछ करेगी ताकि इन जवानों के परिवार भी तनाव से बाहर आकर एक आजाद खुशनुमा जीवन जी सके। होमगार्ड जवानों ने सांसद सुरेश कश्यप से मांग की कि वे होमगार्डों की समस्याओं को सरकार के समक्ष उठाएं।