हिमाचल पुलिस ने नशे का कारोबार रोकने के लिए किया स्पेशल टास्क फोर्स का गठन
यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 192020
प्रदेश में बढ़ रहे नशे का कारोबार रोकने के लिए हिमाचल पुलिस ने स्पेशल टास्क फोर्स का गठन किया। सात कमांडेंट्स को प्रदेश के विभिन्न जिलों में टीम के साथ भेजा गया।
जिन्होंने सात दिन तक नशे का कारोबार करने वालों के खिलाफ जानकारियां एकत्रित की और उनके बारे में पता किया। इस एसटीएफ को स्वतंत्र तरीके से कार्य का जिम्मा सौंपा गया था।
जिसमें टीम को बेहतर परिणाम भी देखने को मिले। ये अभियान तीन से 12 अगस्त तक जारी किया गया। इस मामले में टीम ने 20 लोगों को भी अरेस्ट किया।नशे के सौदागरों को पकड़ने के लिए बनाई गई एसटीएफ में तीसरी बटालियन पंडोह कमांडेंट ऑफिसर सौम्या साम्बशिवन और उनकी टीम को जिला ऊना का अंब, हरोली और गगरेट का जिम्मा दिया गया था।
इनकी टीम में डीएसपी कांगड़ा संजीव कुमार समेत तीसरी बटालियन के इंस्पेक्टर और कांस्टेबल थे। दूसरी बटालियन सकोल के सीओ संजीव गांधी को कांगड़ा जिला और नूरपुर, इंदौरा का जिम्मा दिया गया था, उनकी टीम में डीएसपी सीआईडी धर्मशाला विकास धीमान समेत दूसरी बटालियन के इंस्पेक्टर और कांस्टेबल थे।
एसपी पीटीसी डरोह रमेश छाजटा को बिलासपुर जिला का जिम्मा दिया गया था, जिसमें मजारी पुलिस स्टेशन, नयनादेवी समेत हिमाचल और पंजाब की सीमा के साथ लगता एरिया था। उनकी टीम में मंडी डीएसपी रामदेव ठाकुर समेत उनकी टीम में इंस्पेक्टर और कांस्टेबल थे।
चौथी बटालियन जंगलबेरी के सीओ विरेंद्र ठाकुर को सिरमौर जिला के पावंटा साहिब समेत कालाअंब का जिम्मा दिया गया था। उनकी टीम में एएसपी सीआईडी शिमला मनमोहन सिंह के साथ चौथी बटालियन के इंस्पेक्टर और कांस्टेबल थे।
तीसरी बटालियन पंडोल के एएसपी पुनीत रघु को बद्दी और नालागढ़ का जिम्मा सौंपा गया था। उनकी टीम में एसएनसीसी शिमला यूनिट के एसपी विक्रम चौहान और पहली एचपीएपी के इंस्पेक्टर और कांस्टेबल थे, जबकि पांचवीं आईआरबी बस्सी के सीओ अनुपम शर्मा को कुल्लू जिला समेत कसोल, मणिकर्ण और बंजार का इलाका दिया गया था,
उनकी टीम में एसएनसीसी यूनिट कुल्लू के डीएसपी रोहित समेत पांचवीं आईआरबी के इंस्पेक्टर और कांस्टेबल थे। इन सभी टीम ने मौके पर जाकर सूचनाएं एकत्रित की और उसके बाद आगामी कार्रवाई की है।
इस स्पेशल अभियान के दौरान टीम को कई ऐसे चौंकाने वाले तथ्य भी देखने को मिले। कई जगह नशे के सौदागरों ने घर के बीचोंबीच रखे टेबल के भीतर से भी नशे की खेप बरामद की है।
यहां शातिरों द्वारा टेबल के बीच छेद किया था, जो कि नीचे की तरफ से खुलता था और उसे बंद करने के लिए लॉक लगाया था।
इसके अलावा कई जगह बिजली के स्विच के पीछे भी चरस छिपाई गई थी, इतना ही नहीं खेतों में भी छिपाई गई नशे की खेप पुलिस ने बरामद की है।
सभी टीमों ने 17 एनडीपीएस और एक्साइज एक्ट के मामले दर्ज किए हैं, जबकि 20 लोगों को अरेस्ट भी किया है। कुल्लू में एक प्राइवेट जगह पर पांच बीघा जमीन पर लगाए अफीम के पौधे नष्ट किए।
सिरमौर में टीम ने 3106 नशीले कैप्सूल बरामद किए। ऊना में 2.5 किलो भुक्की पकड़ी, 900 लीटर कच्ची शराब बिलासपुर में नष्ट की। इसके अलावा 5.4 किलो भुक्की सोलन के बीबीएन से पकड़ी तो कांगड़ा में पुलिस ने 10 ग्राम हेरोइन भी बरामद की है।