हिमाचल में अब कच्चे घर में नहीं रहेगा कोई गरीब, 8594 निर्धनों को मिलेगा आशियाना
यंगवार्ता न्यूज - शिमला 05-10-2020
देवभूमि का कोई भी गरीब बेशक ऐसा नहीं है जिसके सिर पर छत न हो मगर मन में उसके ढहने का डर हमेशा लगा रहता है। जिस छत के नीचे वह रह रहा है या तो वह कच्ची है या मापदंडों में मकान की श्रेणी में नहीं आती हैं।
यही कारण है कि हिमाचल प्रदेश के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के 8594 गरीबों को अपने आशियाने मिलेंगे। ये वह गरीब हैं जो एक कमरे के कच्चे मकान में रह रहे हैं और कठिनता से जीवन व्यतीत कर रहे हैं।
प्रदेश में विभिन्न आवास योजनाओं के तहत मकानों का निर्माण हो रहा है, जिसमें प्रधानमंत्री आवास योजना, मुख्यमंत्री आवास योजना व कई अन्य शामिल हैं। प्रदेश में ऐसे भी लोग हैं जो मकानों के आपदा का शिकार होने भू-स्खलन या आगजनी के कारण बेघर हो रहे हैं।
इस वर्ष 8594 मकान बनने का लक्ष्य रखा गया है। इसमें से 4500 मकान शहरी गरीबों के लिए बनने हैं। 2011 की आर्थिक जनगणना के आधार पर ऐसे परिवारों का चयन किया गया है जिनके पास मकान नहीं है या जिनके कच्चे मकान हैं।