हिमाचल में आफत की बारिश : भूस्खलन के चलते 301 सड़कें अवरुद्ध , चंडीगढ़-मनाली एनएच 21 घंटे से बंद 

हिमाचल प्रदेश में मानसून ने एंट्री के साथ ही तबाही मचाना शुरू कर दी है। लैंडस्लाइड के कारण 2 नेशनल हाईवे सहित 301 सड़कें यातायात को बंद हैं। चंडीगढ़-मनाली एनएच-21 सात मील और चार मील के पास 21 घंटे से अवरुद्ध है। सात मील के पास दोपहर 3.30 बजे दोबारा भारी लैंडस्लाइड हो

हिमाचल में आफत की बारिश : भूस्खलन के चलते 301 सड़कें अवरुद्ध , चंडीगढ़-मनाली एनएच 21 घंटे से बंद 
 
यंगवार्ता न्यूज़ - मंडी  26-06-2023

हिमाचल प्रदेश में मानसून ने एंट्री के साथ ही तबाही मचाना शुरू कर दी है। लैंडस्लाइड के कारण 2 नेशनल हाईवे सहित 301 सड़कें यातायात को बंद हैं। चंडीगढ़-मनाली एनएच-21 सात मील और चार मील के पास 21 घंटे से अवरुद्ध है। सात मील के पास दोपहर 3.30 बजे दोबारा भारी लैंडस्लाइड हो गया है। इससे हाईवे के आज बहाल होने के आसार कम दिख रहे हैं। हाईवे बंद होने से मंडी, पंडोह व नागचला में लंबा ट्रैफिक जाम लगा हुआ है। इसमें दर्जनों बसों सहित सैकड़ों गाड़ियां फंसी हुई है। 
 
 
इससे पहले लोगों को भूखे-प्यासे ही रात गाड़ी में बितानी पड़ी। दिन भी की लोगों को भोजन नसीब नहीं हुआ। निरंतर हो रही बारिश सड़क बहाली में बाधा उत्पन्न कर रही है। इसी तरह एनएच-5 भी ठियोग में बंद होने से नारकंडा, चांशल, हाटू पीक और किन्नौर जाने वाले सैलानियों को भी परेशानियों का सामना सामना करना पड़ रहा है। एनएच-5 बीते नौ दिन से बंद पड़ा है। इससे रोजाना अप्पर शिमला, किन्नौर और कुल्लू जिले के लोगों सहित टूरिस्ट भी परेशान हो रहे है। इस एनएच के कल तक बहाल होने की संभावना है। 
 
 
बीते 24 घंटे के दौरान 3 लोगों की मौत और एक व्यक्ति घायल हुआ। भारी बारिश से एक पक्का मकान, 13 गाड़ियां और एक स्कूल बिल्डिंग क्षतिग्रस्त हो गई। बाढ़ में बहने से पांच बकरियां मृत और 16 लापता हुई है। बारिश के कारण 2.56 करोड़ की सरकारी व गैर सरकारी संपत्ति तबाह हुई है।पीडब्लयुडी मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि प्रदेश में बंद पड़ी 301 सड़कों को बहाल करने के लिए युद्ध स्तर पर काम चल रहा है। 
 
 
इसके लिए 390 मशीनें लगाई गई हैं। बरसात से दो दिन के दौरान 27.50 करोड़ का नुकसान हो चुका है। मौसम विभाग की माने तो प्रदेशवासियों को अगले पांच दिन बारिश से राहत मिलने के आसार नहीं है। प्रदेश में कल व परसों के लिए ऑरेंज और 28 से 30 जून तक येलो अलर्ट दिया गया है। इस दौरान कुछेक स्थानों पर बादल फटने जैसी घटनाएं भी देखने को मिल सकती है।