हिमाचल में मेडिकल साइंस के लिए पहेली बने कोरोना संक्रमित, जानिए मामला
यंगवार्ता न्यूज़ - हमीरपुर 21 April 2020
हिमाचल के हमीरपुर जिले के दो कोरोना संक्रमित लोगों ने सरकार के साथ हिमाचल की मेडिकल साइंस को उलझन में डाल दिया है। दोनों का यात्रा इतिहास न मिलने के बाद इनके परिवार के सभी 13 सदस्यों की सैंपल रिपोर्ट भी निगेटिव आई गई है।
मेडिकल साइंस कोविड-19 को एक व्यक्ति या वस्तु से दूसरे व्यक्ति में फैलने वाला संक्रामक वायरस मानती है, लेकिन पिछले 44 दिन से दोनों पॉजिटिव मरीजों के साथ रहने वाले इनके परिवार इस वायरस से सुरक्षित हैं।
कोरोना प्रोटोकाल के तहत अब 14 दिन बाद दोनों संक्रमितों के दोबारा सैंपल लिए जाएंगे, जिस पर पूरे नजरें टिकी हैं। तीन दिन पूर्व हमीरपुर की एक पंचायत में एक ठेकेदार की पत्नी और नादौन क्षेत्र में निजी स्कूल प्रिंसिपल के सैंपल की रिपोर्ट पॉजिटिव निकली थी।
महिला पांच मार्च को यूपी के बरेली से हमीरपुर पहुंची थी। महिला के परिवार में पांच लोग हैं। महिला के पति ने बताया कि पत्नी को सर्दी-जुकाम, बुखार और बदन दर्द आदि कोई लक्षण नहीं थे। कान में सरसों का तेल डालने के बाद हमीरपुर मेडिकल कॉलेज में कान चेक करवाने गए थे।
यहां पर फ्लू ओपीडी में जांच के बाद रेंडम सैंपल लिया गया। स्कूल प्रिंसिपल के परिवार में आठ सदस्य हैं। प्रिंसिपल का कहना है कि वह पिछले दो महीने में जिले से बाहर नहीं गया।
लॉकडाउन के चलते स्कूल बंद होने पर वह परिवार समेत घर पर ही रहा है। कोरोना संक्रमित दोनों लोगों के परिजनों के 17 अप्रैल रात को एवं प्राथमिक संपर्क में आए लोगों के 101 नमूने जांच को टांडा मेडिकल कॉलेज भेजे गए।
इनमें 92 की रिपोर्ट मिली है। संक्रमित लोगों के परिजनों समेत सभी निगेटिव हैं। नौ सैंपल रिपीट किए गए हैं। प्राथमिक एवं द्वितीय संपर्क के 159 लोगों के नमूने लिए हैं। इनमें 100 नमूने परीक्षण को आईजीएमसी तथा 59 टांडा भेजे हैं।
इनकी रिपोर्ट आनी है। उधर, उपायुक्त हरिकेश मीणा ने कहा कि कोरोना पॉजिटिव दोनों लोगों के परिवार में सभी सदस्यों की सैंपल रिपोर्ट निगेटिव है।