10 जनवरी से पहले जल प्रबंधन निगम को सौंप दिया जाएगा रिज टैंक
यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 01-03-2021
शहर को पानी की सप्लाई देने वाले रिज टैंक की दरारों को भरने का काम दिल्ली की कंपनी ने लगभग पूरा कर लिया है।
कंपनी के अधिकारी अब रिज टैंक की भरी गई दरारों का निरीक्षण कर रहे हैं। 10 जनवरी से पहले टैंक शिमला जल प्रबंधन निगम को सौंप दिया जाएगा।
कंपनी ने करीब चार महीने पहले इस काम को शुरू किया था। उस समय मरम्मत के लिए 60 दिन का समय मांगा गया था।
इसी बीच में कंपनी के कुछ कर्मचारी कोरोना संक्रमित हो गए। इस कारण एक माह तक काम को बंद रखा गया। इस कारण काम देरी से पूरा हुआ। अंग्रेजों के समय में बने टैंक के नौ में से पांच चैंबर में दरारें थीं।
न दरारों को भरने के लिए शिमला जल प्रबंधन ने सबसे पहले सर्वे करवाया था। इसके बाद पंजाब इंजीनियरिग कॉलेज की टीम ने इसकी सर्वे रिपोर्ट तैयार की। इस रिपोर्ट को देखने के बाद कंपनी को मरम्मत का काम सौंपा था।
लगभग डेढ़ करोड़ रुपये की लागत से टैंक की मरम्मत की गई है। इसमें दरारों को भरने के लिए विदेशी तकनीक का इस्तेमाल किया है। पहले होगी टैंक की धुलाई
रिज टैंक की मरम्मत के बाद शिमला जल प्रबंधन निगम को टैंक सौंपने से पहले इसकी धुलाई की जाएगी। टैंक को पूरी तरह साफ किया जाएगा। इससे टैंक में कैमिकल पानी न मिल सके, इसलिए पूरे टैंक को साफ करना प्रस्तावित है।
इसके बाद ही पानी की सप्लाई इससे शुरू की जाएगी। टैंक की मरम्मत के कारण शहर में पानी की सप्लाई बाईपास की गई थी। वर्ष 1880 में बनाया गया है टैंक
शिमला के रिज मैदान के नीचे अंग्रेजों ने 1880 में पानी का टैंक बनाया था। आज भी शिमला शहर को पेयजल की आपूर्ति की जाती है। टैंकों का निर्माण सीमेंट से नहीं चूना पत्थर से किया गया है। टैंक की जल भंडारण क्षमता करीब 45 लाख लीटर है।
भंडारण के लिए अलग-अलग नौ चैंबर बनाए गए हैं। शहर के मालरोड, लोअर बाजार, रामबाजार, बस स्टैंड, कृष्णानगर, कैथू, लक्कड़ बाजार, अनाडेल जैसे कोर एरिया में इसी टैंक से पानी की सप्लाई होती है।
टैंक की मरम्मत में लगी कंपनी ने काम पूरा कर लिया है। 10 जनवरी से पहले टैंक शिमला जल प्रबंधन निगम को सौंपने की उम्मीद है। इसके बाद टैंक में पानी स्टोर कर वितरण किया जाएगा।