BSF की पहली हिमाचली महिला IPS सतवंत अटवाल त्रिवेदी को राष्ट्रपति पुलिस पदक से मिलेगा सम्मान
1996 बैच की आईपीएस अधिकारी सतवंत अटवाल त्रिवेदी को हिमाचल प्रदेश राज्य की प्रथम महिला आईपीएस होने के साथ-साथ एनआईए (NIA) और बीएसएफ (BSF) की पहली महिला अधिकारी होने का गौरव भी प्राप्त
यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 25-01-2023
गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर हिमाचल प्रदेश में स्टेट विजिलेंस व एंटी करप्शन ब्यूरो में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक के पद पर तैनात महिला आईपीएस अधिकारी सतवंत अटवाल त्रिवेदी को राष्ट्रपति पुलिस पदक (PPM) से अलंकृत किया गया है।
देश भर से 93 पुलिस अधिकारियों का चयन इस मैडल के लिए हुआ है। इसके अलावा डीएसपी स्तर के दो अधिकारियों के साथ एक सब इंस्पेक्टर व एक हेड कांस्टेबल का चयन पुलिस पदक (PM) के लिए हुआ है।
हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर जिले से ताल्लुक रखने वाली IPS अधिकारी सतवंत अटवाल त्रिवेदी ने शिमला के सेंट बेड्स कॉलेज और ऑकलैंड हाउस स्कूल में शिक्षा ग्रहण की है।
हिमाचल में महिलाओं से जुड़े अपराध की ऑनलाइन शिकायत दर्ज करने व महिलाओं के लिए अलग थाने खोलने का श्रेय भी अटवाल को ही जाता है। गृह मंत्रालय द्वारा जारी की सूची के मुताबिक प्रेसिडेंट पुलिस मेडल फॉर डिस्टिंगुइश सर्विस के लिए 93 अधिकारियों का चयन हुआ है।
1996 बैच की आईपीएस अधिकारी सतवंत अटवाल त्रिवेदी को हिमाचल प्रदेश राज्य की प्रथम महिला आईपीएस होने के साथ-साथ एनआईए (NIA) और बीएसएफ (BSF) की पहली महिला अधिकारी होने का गौरव भी प्राप्त है।
त्रिवेदी ने हिमाचल प्रदेश के अपने कैडर के साथ-साथ अन्य प्रतिष्ठित पुलिस संगठनों के विभिन्न पदों पर एक पुलिस अधिकारी के रूप में सराहनीय सेवाओं की एक समृद्ध गाथा को भी लिखा है। इसके अलावा, उन्होंने सीमा सुरक्षा बल में भारत के पहले आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस(AI) कार्यान्वयन को सफलतापूर्वक शुरू किया।
क्लिनिकल साइकोलॉजी (clinical psychology) में स्वर्ण पदक विजेता हैं और जर्मन में एफबीआई नेशनल एकेडमी, डिपार्टमेंट ऑफ जस्टिस, यूएसए से डिप्लोमा इन इन्वेस्टिगेशन एंड लीडरशिप भी प्राप्त किया हुआ है। उन्होंने राष्ट्रीय पुलिस अकादमी में सेवा प्रदान की है।
राष्ट्रीय पुलिस अकादमी में संकाय, एसपी रैंक पर जिला पुलिस सशस्त्र बटालियन का नेतृत्व कर चुकी है। होम कैडर में लौटने से पहले वो सीमा सुरक्षा बल के खुफिया निदेशालय का नेतृत्व कर रही थी साथ ही NATGRID की संयुक्त सचिव भी थी। उन्हें वर्ष 2012 में सराहनीय सेवा के लिए प्रतिष्ठित पुलिस पदक से भी सम्मानित किया जा चुका है।