अब पंचायत सचिवों का कर्यभार देखेंगे ग्राम रोजगार सेवक, सिलाई अध्यापिका व पंचायत चौकीदार , सरकार ने जारी किये आदेश 

हिमाचल सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। कुछ समय से हड़ताल पर चल रहे जिला परिषद कैडर के पंचायत सचिवों का कार्यभार अब ग्राम रोजगार सेवकों, सिलाई अध्यापिकाओं व पंचायत चौकीदारों को सौंपा गया है

अब पंचायत सचिवों का कर्यभार देखेंगे ग्राम रोजगार सेवक, सिलाई अध्यापिका व पंचायत चौकीदार , सरकार ने जारी किये आदेश 


यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला

हिमाचल सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। कुछ समय से हड़ताल पर चल रहे जिला परिषद कैडर के पंचायत सचिवों का कार्यभार अब ग्राम रोजगार सेवकों, सिलाई अध्यापिकाओं व पंचायत चौकीदारों को सौंपा गया है। ग्रामीण विकास व पंचायती राज विभाग के निदेशक ऋग्वेद ठाकुर ने यह ऐलान किया है। 

 

उन्होंने कहा कि पंचायतों में कामकाज प्रभावित न हो, इसके लिए ये व्यवस्था की गई है। उन्होंने बताया कि ग्राम पंचायतों का कार्य सुचारू रूप से जारी रखने के लिए विभिन्न प्रमाण पत्रों जैसे जन्म प्रमाण पत्र-मृत्यु प्रमाण पत्र सहित विवाह, बीपीएल प्रमाण पत्रों के अलावा अन्य पंचायत रिकॉर्ड की प्रतिलिपियां मांग के अनुसार उपलब्ध करवाने के लिए विभाग ने सभी जिलों में एडीसी व जिला परिषद सीईओ हड़ताल पर गए पंचायत सचिवों का कार्यभार ग्राम रोजगार सेवकों, दसवीं पास या उससे अधिक शैक्षणिक योग्यता रखने वाली सिलाई अध्यापिकाओं के साथ ही पंचायत चौकीदारों को तुरन्त प्रभाव से सौंपने के लिए निर्देश दिए हैं। 

 

पंचायती राज विभाग के निदेशक ने बताया कि सरकार ने हाल ही में 389 पंचायत सचिवों के पदों का सृजन किया है। इसके अलावा पंचायत सचिवों के 239 पद भरने की प्रक्रिया पहले ही जारी है। उन्होंने कहा कि तकनीकी शिक्षा बोर्ड धर्मशाला की तरफ से 20, 21 और 22 जुलाई, 2022 को टाइपिंग परीक्षा के लिए तिथियां निर्धारित की गई हैं। 

 

यह प्रक्रिया पूर्ण होने पर शीघ्र ही 239 पंचायत सचिव प्रदेश की पंचायतों में नियुक्ति के लिए उपलब्ध हो जाएंगे। ऋग्वेद ठाकुर ने कहा कि तकनीकी सहायकों के नव-सृजित 124 तथा पहले से ही खाली पड़े 40 पदों की भर्ती प्रक्रिया एसडीएम की अध्यक्षता में गठित कमेटी शुरू कर देगी।

 

 गौर रहे कि हिमाचल प्रदेश में जिला परिषद कैडर के कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर हड़ताल पर हैं। ये कर्मचारी खुद को विभाग में समायोजित करने की मांग उठा रहे हैं।