अल्टीमेटम : दो महीनो में पार्क तैयार न हुआ तो भूख हड़ताल करेंगे पर्यावरणविद किंकरी देवी के पौत्र

अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त पर्यावरण विद किंकरी देवी की स्मृति में उनके गृह नगर संगड़ाह वर्ष 2019 से लंबित पार्क का निर्माण कार्य 2 माह की तय अवधि में पूरा करने की मांग को लेकर पार्क समिति द्वारा एसडीएम संगड़ाह के माध्यम से डीसी सिरमौर को ज्ञापन भेजा गया

अल्टीमेटम : दो महीनो में पार्क तैयार न हुआ तो भूख हड़ताल करेंगे पर्यावरणविद किंकरी देवी के पौत्र

लाल सिंह शर्मा - संगड़ाह  04-08-2022
 
अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त पर्यावरण विद किंकरी देवी की स्मृति में उनके गृह नगर संगड़ाह वर्ष 2019 से लंबित पार्क का निर्माण कार्य 2 माह की तय अवधि में पूरा करने की मांग को लेकर पार्क समिति द्वारा एसडीएम संगड़ाह के माध्यम से डीसी सिरमौर को ज्ञापन भेजा गया। समिति पदाधिकारियों द्वारा ज्ञापन भेजे जाने से पूर्व गत 29 जुलाई को जमींदोज हुई पार्क की करीब 15 मीटर लंबी दीवार, क्षतिग्रस्त मुख्य द्वार, शौचालय व अन्य निर्माण कार्यों का निरीक्षण भी किया गया। 
 
 
समिति अध्यक्ष विजय आजाद व अन्य पदाधिकारियों ने डीसी सिरमौर से तय अवधि में उक्त पार्क तैयार करने की अपील की। उधर पार्क समिति के सचिव एवं किंकरी देवी के पौत्र विजेंद्र कुमार ने दो माह के भीतर पार्क तैयार न होने की सूरत में भूख हड़ताल की चेतावनी दी। उन्होंने 2019 से अब तक करीब 25 लाख खर्च होने के बावजूद पार्क तैयार न होने व इसकी दीवारें दरकने के दोषी कर्मचारियों, अधिकारियों व पंचायत प्रतिनिधियों पर भी सख्त कार्यवाही की अपील की है। 
 
 
इन दिनों शिमला में मजदूरी कर रहे बिजेंद्र कुमार ने मांग पूरी न होने पर अक्टूबर माह में विधानसभा के बाहर भूख हड़ताल की चेतावनी सरकार व प्रशासन को दी है। गौरतलब है कि उपायुक्त के निर्देशानुसार उक्त बहुचर्चित पार्क के निरीक्षण के लिए गुरुवार को तकनीकी टीम पहुंची थी और उसी रात इसकी दो सुरक्षा दीवारें ध्वस्त हो गई। ग्रामीण विभाग के सहायक अभियंता संदीप चौहान की टेक्निकल टीम द्वारा निर्माण कार्य की जांच किए जाने के दौरान संगड़ाह खंड के कार्यवाहक एसडीओ संजय कांत के अलावा तीन कनिष्ठ अभियंता , पंचायत प्रधान व आधा दर्जन शिकायतकर्ता भी मौजूद रहे। 
 
 
कार्यवाहक बीडीओ संगड़ाह हरमेश ठाकुर ने बताया कि वह दीवार गिरने के बाद पार्क का निरीक्षण कर चुके हैं और रिटेनिंग वाल का करीब 15 मीटर का हिस्सा गिरा है। गौरतलब है कि, वर्ष 2019 में तत्कालीन उपायुक्त डॉ. आरके परुथी द्वारा 30 लाख की लागत के इस पार्क के लिए विभिन्न मदों से 27 लाख का बजट उपलब्ध करवाया गया था और उनके तबादले के बाद इसका निर्माण कार्य लंबित रहने के साथ-साथ अनियमितताएं भी होने लगी। पार्क की दीवार गिरने से आधा दर्जन चीड़ के पेड़ ढह चुके हैं, वहीं करीब 7 माह पहले इसका प्रवेश द्वारा भी क्षतिग्रस्त हो चुका है तथा यहां लगाए गए लगभग आधे औषधीय पौधे भी गायब हो चुके हैं।‌