यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला 08-11-2020
कसुंपटी निर्वाचन क्षेत्र राजधानी का एक हिस्सा होते हुए वर्तमान परिप्रेक्ष्य में काफी पिछड़ा हुआ है । किसी भी सरकार द्वारा इस क्षेत्र के समग्र विकास के लिए कोई ध्यान नहीं दिया गया है । प्रदेश किसान सभा के अध्यक्ष डॉ0 कुलदीप सिंह तंवर ने रविवार को 13वीं विधानसभा के तीन वर्ष का कार्यकाल 9 नवंबर को पूर्ण होने पर जारी बयान में कहा कि आजादी के 73 वर्ष पूर्ण होने के बावजूद भी कसुंपटी निर्वाचन क्षेत्र में सड़क, स्वास्थ्य और शिक्षा जैसी बुनियादी सुविधाओं की भारी कमी है और जिस कारण लोगों के सामाजिक-आर्थिक जीवन में कोई विशेष सुधार नहीं हो पाया है ।
डॉ0 तंवर ने कहा कि पिछले 20 वर्षों से कुसंपटी विस से लगातार कांग्रेस के विधायक होने के बावजूद भी इस क्षेत्र के विकास की दिशा और दशा नहीं बदली है । क्षेत्र के स्कूलों में विज्ञान और वाणिज्य विषय न होने के कारण ग्रामीण परिवेश के बच्चें तकनीकी स्तर की जॉब की प्रतिस्पर्धा में भाग लेने से वंचित रह जाते हैं।
उन्होंने कहा कि कसुंपटी विस में कोई भी डिग्री कॉलेज नहीं था इस बारे उनके द्वारा वर्ष 2010 से 2012 तक लगातार संघर्ष किया और अनेकों बार विधानसभा का घेराव भी किया गया । जिसके फलस्वरूप कोटी में डिग्री कॉलेज तो खुल गया परंतु पिछले छः वर्षों से कॉलेज के पास न अपना भवन है और न हीे इस कॉलेज में विज्ञान विषय की सुविधा है । जिस कारण बच्चों को शिमला कॉलेज आना पड़ता है ।
कसुंपटी विस के स्वास्थ्य संस्थानों की बदतर हालत है । जुन्गा और कोटी में सीएचसी बना दिए गए परंतु सुविधाओं के नाम पर कुछ भी नहीं है इसी प्रकार पूरे क्षेत्र के स्वास्थ्य संस्थानों में डॉक्टर व अन्य पैरा मेडिकल स्टाफ के पद रिक्त पड़े हैं जिस कारण लोगों को अपना उपचार करवाने के लिए शिमला अथवा सोलन जाना पड़ता है ।
डॉ0 तंवर ने कहा कि कसुंपटी विस के करीब दौ गांव में 14 हजार परिवार रहते हैं जिनमें से करीब 90 प्रतिशत लोगों की आजीविका का साधन केवल दुग्ध उत्पादन और कृषि व्यवसाय है परंतु कसुंपटी क्षेत्र में कहीं पर भी कृषि उत्पाद के विपणन के लिए सब्जी मंडी की सुविधा नहीं है अधिकतर किसान सोलन मंडी जाते हैं ।उन्होंने कहा कि कांग्रेस और भाजपा केवल श्रेय लेने की होड़ में लगे रहते हैं परंतु धरालत की समस्याओं के निदान के लिए इनके द्वारा कोई ठोस पग नहीं उठाए गए है ।