ऊना में दवाओं के सॉल्ट बनाने का उद्योग होगा स्थापित, 500 करोड़ रुपये का निवेश करेगी कंपनी    

ऊना में दवाओं के सॉल्ट बनाने का उद्योग होगा स्थापित, 500 करोड़ रुपये का निवेश करेगी कंपनी    

यंगवार्ता न्यूज़ - शिमला   21-08-2021

हिमाचल प्रदेश के नालागढ़ के बाद अब ऊना में दवाओं के सॉल्ट बनाने का उद्योग स्थापित होगा। हिमाचल प्रदेश में कंपनी 500 करोड़ रुपये का निवेश करेगी। प्रदेश सरकार उद्योग स्थापित करने वाली कंपनी को 70 एकड़ जमीन देगी। 

इससे दवा कंपनियों को कच्चे माल के लिए चीन पर निर्भर नहीं रहना होगा। राज्य उद्योग विभाग के अधिकारियों के अनुसार कंपनी ने पहले ही अहमदाबाद में दवाओं का सॉल्ट बनाने का उद्योग स्थापित किया है।

ऊना में दवाओं के सॉल्ट बनाने का उद्योग स्थापित होने से प्रदेश के फार्मा उद्योग की कच्चे माल की जरूरतों को पूरा किया जा सकेगा। बताते हैं कि अभी तक चीन से काफी मात्रा में दवाओं का उत्पादन करने के लिए कच्चा माल आयात किया जाता था। 

चीन पर दवा उत्पादन के लिए कच्चे माल के लिए निर्भरता न रहना पड़े, इसके  लिए ऊना में दवाओं का सॉल्ट बनाने का उद्योग स्थापित किया जा रहा है। इस उद्योग के लिए जमीन का चयन किया जा चुका है।

राज्य के निदेशक उद्योग राकेश कुमार प्रजापति ने कहा कि नालागढ़ के बाद अब ऊना में दवाओं के सॉल्ट बनाने का उद्योग स्थापित किया जा रहा है। इस पर पांच सौ करोड़ रुपये का निवेश होगा। 

यह करीब 70 एकड़ जमीन में स्थापित हो रहा है। इस उद्योग के लिए शीघ्र समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर होगा। कंपनी का ऐसा ही उद्योग अहमदाबाद में भी स्थापित किया गया है। 

नालागढ़ के पलासड़ा में भी एक्टिव फार्मास्युटिकल इनग्रेडिएंट (एपीआई) उद्योग स्थापित होगा। 342 बीघा जमीन में 850 करोड़ के इस प्रोजेक्ट से दो हजार युवाओं को रोजगार मिलेगा। 

इसमें एंटीबायोटिक दवाइयों का सॉल्ट तैयार होगा। बद्दी में बड़ा फार्मा हब है। पूरे प्रदेश में 750 फार्मा इकाइयां हैं। देश की 30 फीसदी दवाओं का उत्पादन हिमाचल में होता है।