विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं के विजेताओं को किया पुरस्कृत, स्मारिका का किया विमोचन
अंकिता नेगी - पांवटा साहिब 20-10-2021
राज्य स्तरीय यमुना शरद महोत्सव के समापन अवसर पर गत देर सांय पांवटा साहिब में बहुउद्देशीय परियोजनाएं एवं ऊर्जा मंत्री सुख राम चौधरी ने महिला और पुरुष वर्ग के आयोजित कबड्डी खेल के आखरी मुक़ाबलों का आनंद लिया तथा शरद महोत्सव के तहत आयोजित हॉकी, कबड्डी, बैडमिंटन और वॉलीबॉल प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कृत किया।
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि यमुना शरद महोत्सव के आयोजन की परिकल्पना तत्कालीन उपमण्डलाधिकारी सी आर बी ललित द्वारा 1982 में की गई तथा 2018 में मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने इस महोत्सव को राज्य स्तरीय दर्जा प्रदान किया।
उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी कि वजह से इस वर्ष सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन न करते हुए इस वर्ष खेल प्रतियोगिताओं को इस महोत्सव में जोडा गया। उन्होंने जिला प्रशासन और महोत्सव समिति को इस दो दिवसीय राज्य स्तरीय यमुना शरद महोत्सव के सफल आयोजन के लिए बधाई दी।
इसके अतिरिक्त, उन्होंने महोत्सव के दौरान आयोजित खेल गतिविधियों के विजेताओं और प्रतिभागियों को भी बधाई दी। इस अवसर पर ऊर्जा मंत्री ने राज्य स्तरीय यमुना शरद महोत्सव 2021 की स्मारिका का भी विमोचन किया।
उप मंडल अधिकारी विवेक महाजन ने मुख्य अतिथि को टोपी व शॉल भेंट कर सम्मानित किया और स्वागत संबोधन प्रस्तुत किया। कार्यक्रम के अंत में कलाकारों द्वारा रास लिला का प्रस्तुती दि गई जिसका लोगों ने भरपूर आनंद लिया।
इस अवसर पर भारतीय महिला कबड्डी टीम के पूर्व कप्तान प्रियंका नेगी, बीडीसी अध्यक्ष हितेंद्र कुमार, उपाध्यक्ष जिला भाजपा कुलदीप राणा, भाजपा मंडल अध्यक्ष अरविंद गुप्ता, उपाध्यक्ष ओम प्रकाश कटारिया, एपीएमसी अध्यक्ष रामेश्वर शर्मा, सुभाष चौधरी सचिव ओबीसी मोर्चा हिमाचल प्रदेश, डीएसपी वीर बहादुर, तहसीलदार वेद प्रकाश अग्निहोत्री, आरएस बेदी, खण्ड विकास अधिकारी अनूप शर्मा तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। इससे पूर्व, गत सांय ऊर्जा मंत्री ने 108 कलश यात्रा में भाग लिया।
इस कलश यात्रा में विधि विधान के साथ 108 महिलाएं शामिल हुई। इस दौरान यात्रा में आतिशबाजी की गई जिसे देखने के लिए सैंकड़ों की संख्या में लोग उपस्थित रहे। यह कलश यात्रा पांवटा साहिब के वाई प्वाइंट से चलकर बीच बाजार होती हुई राधा कृष्ण हनुमान मंदिर से यमुना घाट पहुंची।
कलश यात्रा में पारंपरिक परिवेश के साथ 108 महिलाएं कलश लेकर शामिल हुई। इस दौरान तिब्बती स्कूल के छात्रों द्वारा मधुर धुन से बैंड बजाया गया व अलग-अलग धुन में माँ यमुना का गुणगान किया गया। इसके साथ मां यमुना की भक्ति का गुणगान करते हुए भजन मंडली के कलाकार स्कूली छात्राएं के साथ कलश यात्रा का हिस्सा बने।
कलश यात्रा यमुना घाट पर पहुंच कर संपन्न हुई, जहां भव्य यमुना आरती का आयोजन किया गया व दिप दान किया गया। उन्होंने यमुना तट पर पूरे विधि-विधान एवं रीति-रिवाज के साथ संध्याकालीन यमुना पूजा अर्चना भी की।